ETV Bharat / state

Patna News: मानसून के आते ही छाता और रेनकोट की बढ़ी डिमांड, सज गईं दुकानें - छतरी की बढ़ी डिमांड

बिहार (Bihar) में मानसून के आते ही छाता और रेनकोट की डिमांड बढ़ गई है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि दुकान रोज नहीं खुल रहे हैं. इसलिए कमाई पर असर पड़ा है.

monsoon in bihar
monsoon in bihar
author img

By

Published : Jun 13, 2021, 9:56 PM IST

पटना: बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) के दस्तक देते ही राजधानी पटना के तमाम इलाकों में छाता और रेनकोट का बाजार सज गया है. लॉकडाउन के बाद दुकानें भी शाम 5 बजे तक खुल रही हैं. वहीं दुकानदारों को उम्मीद है कि इस बार मानसून ने पहले ही दस्तक दी है. इसलिए उनका कारोबार भी अच्छा रहेगा.

ये भी पढ़ें: पटना में कड़ी सुरक्षा के बीच 23 थानों के जब्त शराब को किया गया नष्ट

रोज नहीं खुल रहे दुकान
दुकानदार अवध सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के बाद मानसून ने दस्तक तो जरूर दे दी है. लेकिन दुकान रोज नहीं खुल रही हैं. इसलिए कमाई पर असर पड़ा है. बारिश शुरू हो गई है. कस्टमर अभी कम आ रहे हैं. लेकिन यह उम्मीद जरूर है कि इस बार कमाई अच्छी होगी.

"बरसात का मौसम शुरू हो गया है. रुक-रुक कर पटना में बारिश हो रही है. जिसकी वजह से छतरी और रेनकोट की खरीदारी कर रहे हैं"- शुभम सिन्हा, ग्राहक

monsoon in bihar
रेनकोट की खरीदारी करते लोग

रेनकोट और प्लास्टिक की लगी दुकान
बाजारों में तरह-तरह के रेनकोट, छाता और प्लास्टिक की दुकान सज गई है. बाजार में बच्चों के लिए छाता 100 रुपये से लेकर 400 ग्राहक तक के मिल रहे हैं. वहीं बड़ी छतरी 200 से लेकर 700 तक की मौजूद हैं. बरसात के दिनों में जो मध्यमवर्गीय लोग होते हैं, उनको बरसाती पॉलिथीन की भी जरूरत पड़ती है. इसलिए मार्केट में पॉलिथीन तिरपाल भी खूब बिक रही है.

ये भी पढ़ें: JAP प्रमुख पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर निकाला गया मार्च

पॉलिथीन से बचाव
छप्पर और घास-फूस के मकानों में इसका उपयोग होता है. लोग बरसात के दिनों में गाड़ी ढकने के लिए भी तिरपाल का उपयोग करते हैं. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग कम खर्च में बरसात से बचने के लिए पॉलिथीन का इस्तेमाल करते हैं.

राजधानी पटना में दूसरे जिलों से आकर जो ठेला चलाते हैं, उनके पास अपना मकान नहीं होता है. फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वालों के लिए प्लास्टिक ही बारिश से बचाव का सबसे सस्ता और बेहतर साधन है.

ये भी पढ़ें: MP के बड़े भाई के बैंक खाते से Cyber Fraud की कोशिश, मुकदमा दर्ज

रेनकोट की बढ़ी डिमांड
रेनकोट की डिमांड भी बरसात के दिनों में काफी बढ़ जाती है. रेनकोट भी 350 रुपये से लेकर 2200 रुपये तक मार्केट में उपलब्ध है.

देखें रिपोर्ट

सीमा से पहले प्रवेश
देश में मानसून (Monsoon) की सक्रियता काफी अधिक देखी जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जिस रफ्तार से मानसून आगे बढ़ रहा है, उससे प्रतीत होता है कि बिहार (Bihar) में मानसून अपने समय सीमा से पहले प्रवेश करेगा. मौसम वैज्ञानिक आनंद शंकर ने बताया कि बिहार में मानसून ऑन सेट हो चुका था. ऐसा पूर्वानुमान लगाया गया था कि अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बिहार में मानसून प्रवेश कर जाएगा.

पटना: बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) के दस्तक देते ही राजधानी पटना के तमाम इलाकों में छाता और रेनकोट का बाजार सज गया है. लॉकडाउन के बाद दुकानें भी शाम 5 बजे तक खुल रही हैं. वहीं दुकानदारों को उम्मीद है कि इस बार मानसून ने पहले ही दस्तक दी है. इसलिए उनका कारोबार भी अच्छा रहेगा.

ये भी पढ़ें: पटना में कड़ी सुरक्षा के बीच 23 थानों के जब्त शराब को किया गया नष्ट

रोज नहीं खुल रहे दुकान
दुकानदार अवध सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के बाद मानसून ने दस्तक तो जरूर दे दी है. लेकिन दुकान रोज नहीं खुल रही हैं. इसलिए कमाई पर असर पड़ा है. बारिश शुरू हो गई है. कस्टमर अभी कम आ रहे हैं. लेकिन यह उम्मीद जरूर है कि इस बार कमाई अच्छी होगी.

"बरसात का मौसम शुरू हो गया है. रुक-रुक कर पटना में बारिश हो रही है. जिसकी वजह से छतरी और रेनकोट की खरीदारी कर रहे हैं"- शुभम सिन्हा, ग्राहक

monsoon in bihar
रेनकोट की खरीदारी करते लोग

रेनकोट और प्लास्टिक की लगी दुकान
बाजारों में तरह-तरह के रेनकोट, छाता और प्लास्टिक की दुकान सज गई है. बाजार में बच्चों के लिए छाता 100 रुपये से लेकर 400 ग्राहक तक के मिल रहे हैं. वहीं बड़ी छतरी 200 से लेकर 700 तक की मौजूद हैं. बरसात के दिनों में जो मध्यमवर्गीय लोग होते हैं, उनको बरसाती पॉलिथीन की भी जरूरत पड़ती है. इसलिए मार्केट में पॉलिथीन तिरपाल भी खूब बिक रही है.

ये भी पढ़ें: JAP प्रमुख पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर निकाला गया मार्च

पॉलिथीन से बचाव
छप्पर और घास-फूस के मकानों में इसका उपयोग होता है. लोग बरसात के दिनों में गाड़ी ढकने के लिए भी तिरपाल का उपयोग करते हैं. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग कम खर्च में बरसात से बचने के लिए पॉलिथीन का इस्तेमाल करते हैं.

राजधानी पटना में दूसरे जिलों से आकर जो ठेला चलाते हैं, उनके पास अपना मकान नहीं होता है. फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वालों के लिए प्लास्टिक ही बारिश से बचाव का सबसे सस्ता और बेहतर साधन है.

ये भी पढ़ें: MP के बड़े भाई के बैंक खाते से Cyber Fraud की कोशिश, मुकदमा दर्ज

रेनकोट की बढ़ी डिमांड
रेनकोट की डिमांड भी बरसात के दिनों में काफी बढ़ जाती है. रेनकोट भी 350 रुपये से लेकर 2200 रुपये तक मार्केट में उपलब्ध है.

देखें रिपोर्ट

सीमा से पहले प्रवेश
देश में मानसून (Monsoon) की सक्रियता काफी अधिक देखी जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जिस रफ्तार से मानसून आगे बढ़ रहा है, उससे प्रतीत होता है कि बिहार (Bihar) में मानसून अपने समय सीमा से पहले प्रवेश करेगा. मौसम वैज्ञानिक आनंद शंकर ने बताया कि बिहार में मानसून ऑन सेट हो चुका था. ऐसा पूर्वानुमान लगाया गया था कि अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बिहार में मानसून प्रवेश कर जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.