पटना : दानापुर में विजयदशमी को परंपरानुसार नगर के पेठिया बाजार की बड़ी देवी व मछुआ टोली की मां काली मंदिर में प्रतिमाओं का खोईंछा अदला-बदली देख कर श्रद्धालुओं व भक्तजन भाव-विभोर हो उठे. विसर्जन के पूर्व पारंपरिक रूप से गाजे-बाजे के साथ शोभा यात्रा निकाल कर पेठिया बाजार स्थित प्राचीन काली मंदिर में खोईचां अदला-बदली के लिए इन प्रतिमाओं को लाया गया. जहां पर महा आरती व मंगल गीत के बीच वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुरोहितों के सानिध्य में मां काली व बड़ी देवी व मां काली की खोईचां की अदला-बदली का अनुष्ठान संपन्न हुआ.
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दानापुर में सिंदूर खेला : खोईंछा अदला बदली को देख श्रद्धालुओं की आंखें भर आयी थीं. इस मौके पर भारी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं नर-नारी माता के जयकार लगा रहे थे. महिला श्रद्धालुओं ने दोनों बहन के खोईचां अदला-बदली व विदाई समारोह पर मंगल गीत, नम आंखों से कर विदाई दी. इसके बाद सिंदूर खेला हुआ. महिलाओं ने डांडिया नृत्य कर मां को विदाई दी. मंदिर के पुजारी राम सागर मिश्र, बृज मोहन मिश्र, शशांक मिश्र उर्फ गोलू बाबा ने बताया कि मां की विदाई के वक्त बड़ी देवी व काली जी की प्रतिमा को कंधे पर मंदिर परिसर में लाया जाता है.
माता की प्रतिमाओं का विसर्जन जारी : अनुमंडल प्रशासन ने नगर के नासरीगंज घाट गंगा किनारे, नारियल घाट गंगा किनारे व शाहपुर घाट गंगा किनारे कृत्रिम तालाब बना कर किया जा रहा था. क्रेन से प्रतिमाओं का तालाब में विसर्जन के बाद निकाल दिया जा रहा था. इन घाटों पर दंडाधिकारी व पुलिस टीम तैनात किया था. गंगा नदी में प्रतिमाओं के विसर्जन करने के लिए प्रशासन ने रोका लगा दिया था. पूजा समिति के सदस्यों का कहना था कि वर्षों से पेठिया बाजार की बड़ी देवी जी, मछुआ टोली की काली जी, गोलापर रामजनकी मंदिर व्यापार मंडल की बड़ी देवी जी व उतरी गोला रोड की छोटी देवी जी का प्रतिमाओं नारियाल घाट गंगा नदी में विसर्जन होता आ रहा है. इस बार भी यहीं पर विजर्सन किया जायेगा.