पटना: सोमवार को पटना नगर निगम के 4 हजार 500 दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. ये हड़ताल उन्होंने नगर विकास विभाग की ओर से जारी एक पत्र को लेकर किया. जिसमें कहा गया है कि दैनिक मजदूरों को 31 जनवरी के बाद कार्यों से मुक्त कर दिया जाए. दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को देखकर पटना के सभी वॉर्ड पार्षदों के साथ मेयर सीता साहू और डिप्टी मेयर मीरा देवी इनके हड़ताल को समर्थन दी.
प्रधान सचिव से की जाएगी बातचीत- मेयर
दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को लेकर मेयर सीता साहू ने कहा कि मजदूरों का हड़ताल जायज है. सरकार इनके खिलाफ अन्याय कर रही है. सरकार जब तक इनकी मांगों को नहीं मान लेती तब तक इन मजदूरों की हड़ताल को मेरा समर्थन मिलेगा. इसके अलावा उन्होंंने कहा कि मंगलवार को नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से इन दैनिक मजदूरों की मांग को लेकर हम बात करेंगे. तब तक इन सभी मजदूरों का आंदोलन जारी रहेगा.
कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर जड़ा ताला
सोमवार को सफाई कर्मियों ने आरोप लगाया कि नगर विकास विभाग ने राजधानी को आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था कराने के लिए पत्र निर्गत किया है और नगर निगम के मजदूरों का सेवा समाप्त कर दिया. जिसके खिलाफ विरोध किया जा रहा है. वहीं, विरोध को तेज करते हुए मजदूर संघ ने कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर ताला जड़ दिया और सड़क पर आगजनी करके सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. इसके अलावे पटना के सभी 75 वॉर्डों की सफाई व्यवस्था ठप कर मौर्या लोक स्थित नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर सुबह से ही धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. राज्य सरकार और नगर विकास विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
21 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग
बता दें कि नगर विकास विभाग के पत्र के बाद दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी और सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया. इन दैनिक मजदूरों के आंदोलन को देखते हुए नगर विकास विभाग ने एक पत्र जारी कर इन मजदूरों की सेवा विस्तार 31 मार्च तक कर दिया. लेकिन सफाई कर्मी अपनी सेवा शर्त को नियमित करने और 21 सूत्री मांगों को पूरी करने को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानेगी, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा और शहर की सफाई व्यवस्था ठप रहेगी.