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21 सूत्री मांगो को लेकर नगर निगम के दैनिक मजदूरों ने किया हड़ताल, मेयर का मिला समर्थन - पटना नगर निगम के दैनिक मजदूरों ने किया हड़ताल मेयर ने दिया समर्थन

दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को लेकर मेयर सीता साहू ने कहा कि मजदूरों का हड़ताल जायज है. सरकार इनके खिलाफ अन्याय कर रही है. सरकार जब तक इनकी मांगों को नहीं मान लेती तब तक इन मजदूरों की हड़ताल को मेरा समर्थन मिलेगा.

पटना
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Published : Feb 3, 2020, 9:33 PM IST

पटना: सोमवार को पटना नगर निगम के 4 हजार 500 दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. ये हड़ताल उन्होंने नगर विकास विभाग की ओर से जारी एक पत्र को लेकर किया. जिसमें कहा गया है कि दैनिक मजदूरों को 31 जनवरी के बाद कार्यों से मुक्त कर दिया जाए. दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को देखकर पटना के सभी वॉर्ड पार्षदों के साथ मेयर सीता साहू और डिप्टी मेयर मीरा देवी इनके हड़ताल को समर्थन दी.

प्रधान सचिव से की जाएगी बातचीत- मेयर
दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को लेकर मेयर सीता साहू ने कहा कि मजदूरों का हड़ताल जायज है. सरकार इनके खिलाफ अन्याय कर रही है. सरकार जब तक इनकी मांगों को नहीं मान लेती तब तक इन मजदूरों की हड़ताल को मेरा समर्थन मिलेगा. इसके अलावा उन्होंंने कहा कि मंगलवार को नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से इन दैनिक मजदूरों की मांग को लेकर हम बात करेंगे. तब तक इन सभी मजदूरों का आंदोलन जारी रहेगा.

पटना
सफाई कर्मियों के समर्थन में उतरी मेयर सीता साहू

कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर जड़ा ताला
सोमवार को सफाई कर्मियों ने आरोप लगाया कि नगर विकास विभाग ने राजधानी को आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था कराने के लिए पत्र निर्गत किया है और नगर निगम के मजदूरों का सेवा समाप्त कर दिया. जिसके खिलाफ विरोध किया जा रहा है. वहीं,
विरोध को तेज करते हुए मजदूर संघ ने कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर ताला जड़ दिया और सड़क पर आगजनी करके सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. इसके अलावे पटना के सभी 75 वॉर्डों की सफाई व्यवस्था ठप कर मौर्या लोक स्थित नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर सुबह से ही धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. राज्य सरकार और नगर विकास विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

पेश है रिपोर्ट

21 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग
बता दें कि नगर विकास विभाग के पत्र के बाद दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी और सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया. इन दैनिक मजदूरों के आंदोलन को देखते हुए नगर विकास विभाग ने एक पत्र जारी कर इन मजदूरों की सेवा विस्तार 31 मार्च तक कर दिया. लेकिन सफाई कर्मी अपनी सेवा शर्त को नियमित करने और 21 सूत्री मांगों को पूरी करने को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानेगी, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा और शहर की सफाई व्यवस्था ठप रहेगी.

पटना: सोमवार को पटना नगर निगम के 4 हजार 500 दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. ये हड़ताल उन्होंने नगर विकास विभाग की ओर से जारी एक पत्र को लेकर किया. जिसमें कहा गया है कि दैनिक मजदूरों को 31 जनवरी के बाद कार्यों से मुक्त कर दिया जाए. दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को देखकर पटना के सभी वॉर्ड पार्षदों के साथ मेयर सीता साहू और डिप्टी मेयर मीरा देवी इनके हड़ताल को समर्थन दी.

प्रधान सचिव से की जाएगी बातचीत- मेयर
दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को लेकर मेयर सीता साहू ने कहा कि मजदूरों का हड़ताल जायज है. सरकार इनके खिलाफ अन्याय कर रही है. सरकार जब तक इनकी मांगों को नहीं मान लेती तब तक इन मजदूरों की हड़ताल को मेरा समर्थन मिलेगा. इसके अलावा उन्होंंने कहा कि मंगलवार को नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से इन दैनिक मजदूरों की मांग को लेकर हम बात करेंगे. तब तक इन सभी मजदूरों का आंदोलन जारी रहेगा.

पटना
सफाई कर्मियों के समर्थन में उतरी मेयर सीता साहू

कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर जड़ा ताला
सोमवार को सफाई कर्मियों ने आरोप लगाया कि नगर विकास विभाग ने राजधानी को आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था कराने के लिए पत्र निर्गत किया है और नगर निगम के मजदूरों का सेवा समाप्त कर दिया. जिसके खिलाफ विरोध किया जा रहा है. वहीं,
विरोध को तेज करते हुए मजदूर संघ ने कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर ताला जड़ दिया और सड़क पर आगजनी करके सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. इसके अलावे पटना के सभी 75 वॉर्डों की सफाई व्यवस्था ठप कर मौर्या लोक स्थित नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर सुबह से ही धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. राज्य सरकार और नगर विकास विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

पेश है रिपोर्ट

21 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग
बता दें कि नगर विकास विभाग के पत्र के बाद दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी और सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया. इन दैनिक मजदूरों के आंदोलन को देखते हुए नगर विकास विभाग ने एक पत्र जारी कर इन मजदूरों की सेवा विस्तार 31 मार्च तक कर दिया. लेकिन सफाई कर्मी अपनी सेवा शर्त को नियमित करने और 21 सूत्री मांगों को पूरी करने को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानेगी, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा और शहर की सफाई व्यवस्था ठप रहेगी.

Intro: सफाई कर्मियों की मांग काम मेयर सीता साहू का मिला समर्थन कल नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से करेंगी बात आंदोलन अभी भी जारी


Body:पटना-- सोमवार को राजधानी पटना की सड़के साफ नहीं हुई क्योंकि आज से दैनिक मजदूर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए नगर विकास विभाग के द्वारा जारी एक पत्र में इन्हें 31 जनवरी के बाद कार्यों से मुक्त कर दिया गया और आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से पटना शहर की सफाई व्यवस्था कराने की पत्र निर्गत की गई नगर विकास विभाग के इस पत्र के खिलाफ पटना नगर निगम के 45 सौ दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप करके अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चले गए आज सफाई कर्मियों ने कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर ताला भी जड़ दिया और सड़क पर आगजनी करके सरकार का विरोध प्रदर्शन किया दैनिक मजदूर आज पटना के सभी 75 वार्डो की सफाई व्यवस्था ठप करके नगर निगम मुख्यालय मौर्या लोग स्थित कार्यालय पहुंचकर सुबह से ही धरना प्रदर्शन करना शुरू किया और राज्य सरकार नगर विकास विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की दैनिक मजदूरों के इस आंदोलन को देखकर पटना के सभी पार्षद के साथ मेयर सीता साहू डिप्टी मेयर मीरा देवी इन दैनिक मजदूरों के हड़ताल का समर्थन देते हुए कहा की इनकी मांग जायज है सरकार इनके खिलाफ अन्याय कर रही है हमारा समर्थन इन दैनिक मजदूरों के साथ है और सरकार जब तक इनकी मांग को नहीं मान लेती है तब तक इन मजदूरों का हड़ताल का हम समर्थन करते हैं कल नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से इन दैनिक मजदूरों की मांग को लेकर हम बात करेंगे तब तक इन सभी दैनिक मजदूरों का आंदोलन जारी रहेगा।

बाइट-- सीता साहू ,मेयर ,पटना नगर निगम


Conclusion: बता दें कि नगर विकास विभाग के पत्र के बाद दैनिक मजदूर शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी और सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया इन दैनिक मजदूरों के आंदोलन को देखकर नगर विकास विभाग में एक पत्र जारी करते हुए उन्हें 31 मार्च तक नए कानून को रोक दिया लेकिन सफाई कर्मियों की एक ही मांग है कि सरकार हमारी सेवा शर्त को नियमित कर दें और हमारी 21 सूत्री मांगों को मान ले जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानेगी तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा और शहर की सफाई व्यवस्था ठप रहेगी।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट
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