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CAA पर बोले डी राजा- अपने फैसले पर फिर से विचार करे केंद्र सरकार

सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी को समग्रता में समझने की जरूरत है. तीनों को अलग-अलग नहीं समझा जा सकता है.

पटना
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Published : Jan 19, 2020, 5:13 AM IST

पटना: देश के अंदर नागरिकता संशोधन अधिनियम, एनपीआर और एनआरसी को लेकर राजनीतिक दल लगातार विरोध कर रहे हैं. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भी नागरिकता संशोधन अधिनियम सहित केंद्र के तमाम फैसले का विरोध कर रही है. एक कार्यक्रम में भाग लेने पटना पहुंचे डी राजा ने भी केंद्र सरकार को अपने फैसले पर विचार करने की नसीहत दी है.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सीएए, एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रही है. वहीं, पार्टी के सीनियर लीडर्स देशभर का दौरा कर रहे हैं. पार्टी नेता डी राजा बिहार दौरे पर आए थे. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर विभाजन कारी नीतियों को अपनाने के आरोप लगाए हैं.

सीपीआई नेता डी राजा से ईटीवी भारत की खास बातचीत

केंद्र अपने फैसले पर करे विचार
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान डी राजा ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है, जिससे विभाजन की बू आती है. सीएए, एनपीआर और एनआरसी को समग्रता से समझने की जरूरत है. तीनों को अलग-अलग नहीं समझा जा सकता है. केंद्र जिस तरीके से फैसले ले रही है, उससे समुदाय विशेष में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है. सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.

पटना: देश के अंदर नागरिकता संशोधन अधिनियम, एनपीआर और एनआरसी को लेकर राजनीतिक दल लगातार विरोध कर रहे हैं. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भी नागरिकता संशोधन अधिनियम सहित केंद्र के तमाम फैसले का विरोध कर रही है. एक कार्यक्रम में भाग लेने पटना पहुंचे डी राजा ने भी केंद्र सरकार को अपने फैसले पर विचार करने की नसीहत दी है.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सीएए, एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रही है. वहीं, पार्टी के सीनियर लीडर्स देशभर का दौरा कर रहे हैं. पार्टी नेता डी राजा बिहार दौरे पर आए थे. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर विभाजन कारी नीतियों को अपनाने के आरोप लगाए हैं.

सीपीआई नेता डी राजा से ईटीवी भारत की खास बातचीत

केंद्र अपने फैसले पर करे विचार
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान डी राजा ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है, जिससे विभाजन की बू आती है. सीएए, एनपीआर और एनआरसी को समग्रता से समझने की जरूरत है. तीनों को अलग-अलग नहीं समझा जा सकता है. केंद्र जिस तरीके से फैसले ले रही है, उससे समुदाय विशेष में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है. सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.

Intro:देश के अंदर नागरिकता संशोधन अधिनियम एनपीआर और एनआरसी को लेकर राजनीतिक दल लगातार विरोध कर रहे हैं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भी नागरिकता संशोधन अधिनियम सहित तमाम केंद्र के फैसले का विरोध कर रही है डी राजा ने भी केंद्र को अपने फैसले पर विचार करने की नसीहत दी है


Body: सीए ए एनपीआर और एनआरसी को समग्रता में समझने की जरूरत
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नागरिकता संशोधन अधिनियम एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रही है पार्टी के सीनियर लीडर्स देशभर का दौरा कर रहे हैं पार्टी नेता डी राजा बिहार दौरे पर आए थे और उन्होंने केंद्र को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है डी राजा ने केंद्र पर विभाजन कारी नीतियों को अपनाने के आरोप भी लगाए हैं


Conclusion: केंद्र अपने फैसले पर विचार करें
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान डी राजा ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है जिससे विभाजन की बू आती है नागरिकता संशोधन अधिनियम एनपीआर और एनआरसी को समग्रता में समझने की जरूरत है तीनों को अलग अलग नहीं समझा जा सकता है केंद्र जिस तरीके से फैसले ले रही है उससे समुदाय विशेष में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए
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