पटना: साइबर फ्रॉड का मामला इन दिनों तेजी (Patna Crime News) से बढ़ रहा है. ताजा मामला पटना के मुसल्लहपुर हाट का है. जहां आधे दर्जन से अधिक सीएसपी संचालकों से साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud In Patna) हुआ है. मुसल्लहपुर हाट छात्रों के इलाका माना जाता है, जहां विभिन्न प्रकार के कंपटीशन की तैयारी करने वाले ग्रामीण क्षेत्रों से आए छात्र रहते हैं. इस इलाके में सीएसपी संचालक आधार कार्ड से पैसे का ट्रांजेक्शन करते हैं और लोगों को एक परसेंट की कमीशन पर पैसे देते हैं. इनमें अधिकांश छात्र-छात्राएं ही रहते हैं.
यह भी पढ़ें: तेलंगाना से किया साइबर फ्रॉड पटना से हुआ गिरफ्तार, ठग से 33 लाख 50 हजार रुपए बरामद
दो लड़के और एक लड़की ने किया ठगी: पीड़ित गौरव कुमार ने बताया कि यहां सीएसपी संचालक 1% के कमीशन पर पैसे निकाल कर देते हैं. आधार कार्ड के माध्यम से ट्रांजेक्शन किया जाता है. इसके अलावा कुछ बच्चे यूपीआई पर भी पैसे मंगवाते हैं. कई वर्षों से वह यह काम चल रहा है. लेकिन बीते कुछ दो-तीन महीनों से दो लड़का और एक लड़की उनके पास आते थे और अलग-अलग बहाना बनाकर रुपयों का निकासी करते थे. बीते दिनों सीएसपी संचालकों के अकाउंट फ्रीज कर दिया गया. शिकायत लेकर जब वे लोग बैंक पहुंचे तो बताया गया कि तेलंगाना पुलिस ने उनके बैंक खाते और मोबाइल नंबर को फ्रीज कर दिया है. सभी संदिग्ध ट्रांजेक्शन उन्हीं दो लड़के-लड़कियों के थे.
कई CSP संचालकों को बनाया निशाना: उसने बताया उनके जैसा कई दुकानदार है. जिनके साथ तीनों ने यह काम किया है. वे लोग 1000 से ₹25000 तक वह मंगवाते (Fraud With CSP Operators In Patna) थे. उनका आधार कार्ड का नंबर और सिग्नेचर अपने पास लिया हुआ है. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी तीनों का फोटो निकाल लिया है. जिसके आधार पर वह साइबर सेल में ऑनलाइन कंप्लेंट कराए गए है. पीड़ित CSP संचालक आर्थिक अपराध इकाई और साइबर सेल में भी शिकायत लेकर गए थे.
साइबर सेल ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन दर्ज करें उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. अकाउंट फ्रीज होने से उन लोगों की दुकानदारी काफी बाधित हो गई है.सीएसपी संचालक अनिल कुमार ने बताया कि उनके पास एक लड़का आता था और उसने मात्र उनके पास से बीते दिनों 8 अगस्त को ₹5000 का ट्रांजैक्शन किया और 18 अगस्त को उनका अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है. जिसके बाद 20 अगस्त को जब वह बैंक गए तो उन्हें पता चला कि उस 5000 की ट्रांजैक्शन को साइबर सेल जांच कर रही है. इससे दुकानदारी काफी प्रभावित है.
यह भी पढे़ं- #Jagte Raho: ई-सिम के जरिए साइबर ठग कर रहे 'खेल', लगा रहे लाखों का चूना...ऐसे करें बचाओ
मोटी रकम का करवाते थे ट्रांजेक्शन: युवक सोनू कुमार ने बताया कि उनके पास बीते दिनों एक लड़का आया और बताया कि ₹3000 रुपये घर से मंगवाना है. इसके बाद उन लोगों ने 29500 रुपया उनके पास मंगवा लिया. जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह इतना पैसा निकाल कर नहीं देंगे और फिर उसी अकाउंट में इस पैसे को ट्रांसफर कर दिया. इसके बावजूद उनका एक अकाउंट ब्लॉक हो गया है. उनके अकाउंट को अहमदाबाद पुलिस ने फ्रिज किया है. अहमदाबाद के एसआई ने वहां आकर अपना बयान दर्ज कराने को कहा है.
आरोपियों के फोटो संचालकों के पास मौजूद: पीड़ित संचालकों का कहना है कि ट्रांजैक्शन करने वाले लड़के और लड़कियों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फोटो मौजूद है. उनका आधार कार्ड का जेरोक्स भी रखा हुआ है. इसके अलावा उनका सिग्नेचर भी है. सभी सबूत लेकर कई थानों में गए, लेकिन कहीं भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. एसएसपी कार्यालय में भी उनकी शिकायत नहीं दर्ज किया गया. साइबल सेल में किया है. फ्रिज अकाउंट खुलने का इंतजार कर रहे हैं. इन सब वजहों से दुकानदारी बंद हो चुकी है.