पटना: आज से पावन माह सावन में की शुरुआत हो गई है. इसी के साथ शिव मंदिरों में उनके भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई है. मंदिर हर-हर महादेव के जयघोष गूंजने लगे हैं. सावन में शिवालयों का वातावरण शिवमय हो गया है. बिहार में भी श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए निकल गए हैं. अगले दो महीनों तक भक्तों की भीड़ में इजाफा होने का अनुमान लगाया जा रहा है. मान्यता है कि इस माह में महादेव की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है. इस साल सावन का महीना 4 जुलाई से 31 अगस्त तक रहेगा.
सावन माह का महत्व: सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से जीवन में आ रही बाधाओं का अंत होता है. इस माह में देवघर में कांवरियों भीड़ उमड़ती है. बाबा भोले के भक्त सावन के महीने में सैकड़ों किलोमीटर चलकर उनके दर्शन करने पहुंचते हैं. तो वहीं कई भक्त दौड़ता हुए बाबा भोले नाथ के पास पहुंचते हैं और झारखंड के देवघर में जलाभिषेक करते हैं. माना जाता है कि पूरे साल पूजा अर्चना करके जो फल मिलता है, वह फल केवल सावन के एक माह मे पूजा करके पाया जा सकता है.
बिहार के इन जिलों में पहुंचते हैं श्रद्धालु: बता दें कि इस खास महीने के लिए बिहार में पुलिस प्रशासन एक्टिव हो गई है. जगह-जगह पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी, डॉक्टरों की टीम, एंबुलेंस और अग्निशमन की व्यवस्था की गई है. बिहार के कई जिलों में प्रतलित शिव मंदिर है जहां हर साल लोगों की भीड़ जुटती है. इसमें मुजफ्फरपुर के बाबा गरीब नाथ, बक्सर के बाबा परमेश्वर नाथ, सारण के बाबा हरिहर नाथ, सिवान के महिंद्रा नाथ, मोतिहारी के सोमेश्वर नाथ और मधेपुरा में सिंघेश्वर स्थान जैसे मंदिर शामिल है.