पटना: राजधानी पटना में अपराध का ग्राफ दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है. पुलिस के लाख जतन करने के बाद भी अपराध पर लगाम नहीं लग रहा है. आये दिन लूटपाट और छिनतई की घटना दिनदहाड़े अपराधी घटना को अंजाम दे रहा (robbery in patna) है. ताजा मामला पटना जिले के तकियापर पुलिस चौकी इलाके का है. जहां दिनदहाड़े बाइक सवार दो अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर एक एजेंसी के मालिक से 8 लाख रुपये से भरा बैग छीन लिया.
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बैग छीनकर फरार : दस दिन पूर्व बैंक से चार लाख रुपये निकासी कर घर एक व्यक्ति को बाइक सवार बदमाशों ने दिन दहाड़े रुपये भरा बैग छीनकर फरार हो गया था. आज तक पुलिस गुत्थी भी सुलझा भी नहीं पायी थी. अब तकियापर पुलिस चौकी से महज दस गज की दूरी पर को दिन दहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों ने एजेंसी के मालिक रंजीत कुमार से आठ लाख रुपये भरा बैग छीनकर फरार हो जाने का मामला सामने आया है. इस संबंध में तकियापर निवासी रंजीत कुमार ने स्थानीय थाना में बाइक सवार दो अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कराया है.
"आठ लाख रुपये की लूटपाट हुई है. मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है. बैंक व आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है. ताकि बाइक सवार बदमाशों का शिनाख्त किया जा सकेंगे. बैंक के फुटेज में तीन-चार युवक बिना काम के बैंक में घूम रहे थे, उनके बारे में पता किया जा रहा है." -कमलेश्वर प्रसाद सिंह, दानापुर थानाध्यक्ष
केनरा बैंक से पैसा निकालकर जा रहे थे घर: दर्ज प्राथमिकी में ओम इंटरप्राइजेज एजेंसी के मालिक रंजीत ने बताया कि अपनी भतीजी के शादी के लिए अपने पार्टन प्रमोद जायसवाल के साथ शुक्रवार को थाने के तकियापर स्थित राजपति पैलेस केनरा बैंक से अपने खाते से आठ लाख रुपये निकासी किया था. रुपये निकासी कर पीठू बैग में आठ लाख रुपये रखकर प्रमोद को स्कूटी स्टार्ट कर सड़क पर लाने के लिए कहा और मैं जैसे ही सड़क किनारे खड़े थे. तभी पहले से घात लगाये बाइक सवार दो बदमाशों ने धक्का मार कर बैग छीन कर भाग गये. बदमाशों ने तेज गति से नासरीगंज की ओर आराम से फरार हो गए.
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज: दस कदम पर तकियापर पुलिस चौकी होने के बाद भी हल्ला होने के बाद भी पुलिस नहीं निकाली. उन्हाेंने बताया कि बैंक के सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो बैंक में तीन-चार युवक बिना काम के बैंक में घूम रहे थे. .स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस चौकी के सामने खुलेआम गेसिंग व स्मैक का धंधा संचालन किया जाता है. जिससे अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है. इसके बाद भी पुलिस कार्रवाई करने के बजाय चुप्पी साधे हुए है.