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लॉकडाउन के बाद फिर बढ़ा बिहार में अपराध, बाहर निकलने से डरते हैं लोग - crime in bihar

25 मार्च से लॉकडाउन होने के बाद पुलिस काफी कड़ाई के साथ चौक चौराहों पर मुस्तैद नजर आ रही थी. लॉकडाउन-4 के बाद धीरे-धीरे आम लोगों की सुरक्षा में पुलिसकर्मी नदारद दिखे. ऐसे में अपराधियों का मनोबल धीरे-धीरे बढ़ता गया.

बिहार में अपराध
बिहार में अपराध
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Published : Aug 25, 2020, 8:06 AM IST

पटना: कोरोना महामारी को देखते हुए पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लगा दिया गया. लॉकडाउन के इस दौर में पूरे बिहार में क्राइम का ग्राफ काफी तेजी के साथ नीचे आ गया. आपराधिक घटनाओं में काफी कमी आई. लेकिन लॉकडाउन-4 के बाद एक बार फिर प्रदेश में आपराधिक घटनाएं सिर चढ़कर बोलने लगीं हैं और लोग काफी डरे हुए हैं.

लॉकडाउन के तीन फेज के बाद जैसे-जैसे सरकार ने ढील देनी शुरू की, वैसे-वैसे अपराध का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ने लगा. बात करें अगर राजधानी पटना की तो यहां लॉकडाउन-3 के बाद से ही लूट, हत्या, चोरी और दुष्कर्म जैसे मामलों में काफी इजाफा देखा जा रहा है. राजधानी पटना में रहने वाले आम लोग सड़कों पर निकलने से घबराते हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अगर बिहार में अपराध के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020 में जनवरी से लेकर मई तक में अपराध की घटनाओं में कमी दर्ज की गई है.

हत्या का मामलाः

  • जनवरी- 220
  • फरवरी- 218
  • मार्च-259
  • अप्रैल-177
  • मई- 312

रॉबरी की घटनाएं

  • जनवरी- 2352
  • फरवरी- 193
  • मार्च- 137
  • अप्रैल-56
  • मई- 94

चोरी का मामला

  • जनवरी- 2930
  • फरवरी- 2947
  • मार्च- 2311
  • अप्रैल-1168
  • मई- 1665

अपहरण के मामले

  • जनवरी- 759
  • फरवरी- 817
  • मार्च- 846
  • अप्रैल-197
  • मई- 315

दुष्कर्म का मामला

  • जनवरी- 88
  • फरवरी-105
  • मार्च-129
  • अप्रैल-82
  • मई-120
    बिहार में अपराध का ग्राफ
    बिहार में अपराध का ग्राफ

गौरतलब है कि मार्च महीने में लॉकडाउन होने के बाद लॉकडाउन-3 तक पुलिस काफी कड़ाई के साथ चौक चौराहों पर मुस्तैद नजर आ रही थी. लॉकडाउन 4 के बाद धीरे-धीरे आम लोगों की सुरक्षा में पुलिसकर्मी नदारद दिखे. ऐसे में अपराधियों का मनोबल धीरे-धीरे बढ़ता गया और कहीं ना कहीं लॉकडाउन 4 के बाद राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में अपराध का ग्राफ काफी तेजी के साथ बढ़ा.

हत्या लूट और दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा
राजधानी पटना की बात करें तो राजधानी पटना में लॉकडाउन चार के दौरान हत्या लूट और दुष्कर्म जैसी घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. इसको लेकर पटना के आम लोग एक बार फिर से डरे सहमे नजर आ रहे हैं. आम लोग यह कहते हैं कि अब हालात ऐसे हैं कि शाम को घर से निकलने में डर लगता है. सड़कें वीरान होती हैं और ऐसे में अपराधियों का मनोबल बढ़ा होता है.

लॉकडाउन में आम लोग थे सुरक्षित
पटना में रहने वाली युवतियां कहती हैं कि लॉकडाउन 1 से लेकर 3 तक राजधानी पटना के आम लोग अपने आप को सुरक्षित मान रहे थे. लेकिन लॉकडाउन- 4 के बाद आम लोगों की सुरक्षा भगवान के हाथ में है. इस सिलसिले में पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा का कहना है कि जल्द ही बढ़े हुए क्राइम पर काबू पा लिया जाएगा.

पटना: कोरोना महामारी को देखते हुए पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लगा दिया गया. लॉकडाउन के इस दौर में पूरे बिहार में क्राइम का ग्राफ काफी तेजी के साथ नीचे आ गया. आपराधिक घटनाओं में काफी कमी आई. लेकिन लॉकडाउन-4 के बाद एक बार फिर प्रदेश में आपराधिक घटनाएं सिर चढ़कर बोलने लगीं हैं और लोग काफी डरे हुए हैं.

लॉकडाउन के तीन फेज के बाद जैसे-जैसे सरकार ने ढील देनी शुरू की, वैसे-वैसे अपराध का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ने लगा. बात करें अगर राजधानी पटना की तो यहां लॉकडाउन-3 के बाद से ही लूट, हत्या, चोरी और दुष्कर्म जैसे मामलों में काफी इजाफा देखा जा रहा है. राजधानी पटना में रहने वाले आम लोग सड़कों पर निकलने से घबराते हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अगर बिहार में अपराध के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020 में जनवरी से लेकर मई तक में अपराध की घटनाओं में कमी दर्ज की गई है.

हत्या का मामलाः

  • जनवरी- 220
  • फरवरी- 218
  • मार्च-259
  • अप्रैल-177
  • मई- 312

रॉबरी की घटनाएं

  • जनवरी- 2352
  • फरवरी- 193
  • मार्च- 137
  • अप्रैल-56
  • मई- 94

चोरी का मामला

  • जनवरी- 2930
  • फरवरी- 2947
  • मार्च- 2311
  • अप्रैल-1168
  • मई- 1665

अपहरण के मामले

  • जनवरी- 759
  • फरवरी- 817
  • मार्च- 846
  • अप्रैल-197
  • मई- 315

दुष्कर्म का मामला

  • जनवरी- 88
  • फरवरी-105
  • मार्च-129
  • अप्रैल-82
  • मई-120
    बिहार में अपराध का ग्राफ
    बिहार में अपराध का ग्राफ

गौरतलब है कि मार्च महीने में लॉकडाउन होने के बाद लॉकडाउन-3 तक पुलिस काफी कड़ाई के साथ चौक चौराहों पर मुस्तैद नजर आ रही थी. लॉकडाउन 4 के बाद धीरे-धीरे आम लोगों की सुरक्षा में पुलिसकर्मी नदारद दिखे. ऐसे में अपराधियों का मनोबल धीरे-धीरे बढ़ता गया और कहीं ना कहीं लॉकडाउन 4 के बाद राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में अपराध का ग्राफ काफी तेजी के साथ बढ़ा.

हत्या लूट और दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा
राजधानी पटना की बात करें तो राजधानी पटना में लॉकडाउन चार के दौरान हत्या लूट और दुष्कर्म जैसी घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. इसको लेकर पटना के आम लोग एक बार फिर से डरे सहमे नजर आ रहे हैं. आम लोग यह कहते हैं कि अब हालात ऐसे हैं कि शाम को घर से निकलने में डर लगता है. सड़कें वीरान होती हैं और ऐसे में अपराधियों का मनोबल बढ़ा होता है.

लॉकडाउन में आम लोग थे सुरक्षित
पटना में रहने वाली युवतियां कहती हैं कि लॉकडाउन 1 से लेकर 3 तक राजधानी पटना के आम लोग अपने आप को सुरक्षित मान रहे थे. लेकिन लॉकडाउन- 4 के बाद आम लोगों की सुरक्षा भगवान के हाथ में है. इस सिलसिले में पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा का कहना है कि जल्द ही बढ़े हुए क्राइम पर काबू पा लिया जाएगा.

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