पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और महगठबंधन में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर पेंच फंसा हुआ है. इसी बीच भाकपा माले ने सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में चल रहे कश्मकश से परेशान अपना अल्टीमेटम दे दिया है. माले के नेताओं ने साफ कर दिया है कि अगर जल्द सीटों का बंटवारा नहीं हुआ और सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो वो अकेले चुनाव लड़ेगी.
भाकपा माले की ओर से जारी इस बयान के बाद वामपंथी दलों में थोड़ी हलचल जरूर बढ़ी है. लेकिन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडे ने कहा कि वामपंथी दलों में किसी प्रकार की कोई दरार नहीं आई है. भाकपा माले की अलग रणनीति है. वो अलग तरीके से सोचती हैं, लेकिन हम सभी वामपंथी दलों का मुख्य उद्देश्य जनता विरोधी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना है. इसलिए हमने वादा किया है कि सभी साथ चुनाव लड़ेंगे.
वामपंथी दलों में है एकता
इसके साथ ही राम नरेश पांडे ने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि भाकपा माले महागठबंधन के साथ ही चुनाव लड़ेगी. हम सभी महागठबंधन के साथ एक मजबूत ताकत बनाएंगे और सत्ताधारी सरकार को परास्त करेंगे. वामपंथी दलों में अपनी एक एकता है. सभी एकजुट हैं, सभी का मिशन एक है.