पटना: नगर निगम पटना के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लगातार छठे दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बने हुए हैं. सफाई कर्मियों के हड़ताल की वजह से शहर की स्थिति नारकीय हो रही है और सड़क पर हर कुछ कदम के बाद कचरे का अंबार नजर आ रहा है.
सफाई कर्मियों को मिला CPIML का साथ: कई दिनों से कूड़ा कचरा सड़ने की वजह से दुर्गंध अब राहगीरों को परेशान कर रही है. इसी बीच हड़ताली सफाई कर्मियों को भाकपा माले का पूरा समर्थन प्राप्त हो गया है. भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने पटना नगर निगम के सफाई कर्मियों की जारी हड़ताल का समर्थन किया है और राज्य सरकार से सफाई कर्मियों की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करने की अपील की है.
मांगों को ठहराया जायज: भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि राज्य सरकार और विशेष रूप से नगर विकास विभाग सफाई कर्मियों की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए सम्मानजनक समझौता के जरिए हड़ताल समाप्त करवाने का प्रयास करे. उन्होंने कहा कि भाकपा-माले संविदा और ऑउटसोर्स कर्मियों के नियमितीकरण, समान काम के लिए समान वेतन, ठेका प्रथा की समाप्ति आदि मांगों के पक्ष में हमेशा से खड़ी रही है. पार्टी का स्पष्ट मानना है कि सफाईकर्मियों की मांगें जायज है.
"अभी पूरे शहर में डेंगू का आतंक है. सफाइकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से यह खतरा कई गुना बढ़ गया है. इसलिए सरकार को इसमें तत्परता दिखानी चाहिए और आगे बढ़कर उनकी मांगों को सुनना चाहिए. सफाई कर्मियों के आंदोलन का दमन करने से मामला और खराब होगा. सरकार को समझदारी से काम लेना चाहिए. सफाई कर्मियों के ऊपर हो रहे एफआईआर को वापस लिया जाए."-कुणाल, राज्य सचिव, भाकपा माले