पटना: पांच दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन के पहले दिन बुधवार को पटना के गांधी मैदान में भाकपा माले की ओर से लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ महारैली (CPIML Loktantra Bachao Desh Bachao Maharally) का आयोजन किया गया है. इस रैली में शरीक होने के लिए 38 जिलों से पार्टी के 25 हजार से अधिक समर्थक गांधी मैदान में जमा हुए हैं. रैली से पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम का दौर चला है. इस पूरे भीड़ में शामिल ज्यादातर लोग गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. महिलाएं की भी भारी तादाद देखी जा रही है.
ये भी पढ़ें: Bihar Politics: विपक्षी एकता की ड्राइविंग सीट पर आने की वामदलों की तैयारी, महागठबंधन में चल रही जद्दोजहद
"देश में आज लोकतंत्र खतरे में है और इसका खामियाजा आने वाले समय में मेहनतकश और गरीबों को भुगतना पड़ेगा. आज संविधान को कुचलने का काम किया जा रहा है. आज वे लोग भाजपा के खिलाफ प्रदेश में महागठबंधन को समर्थन दे रहे हैं और आगे भी देंगे, लेकिन जहां जनता का सवाल होगा वहां जनता के मुद्दों को लेकर आवाज उठाएंगे. जनता के मुद्दों पर वह लड़ाई लड़ेंगे और सरकार को घेरने का भी काम करेंगे. फुटपाथ वेंडरों के लिए कोई नीति नहीं बन रही है, अतिक्रमण के नाम पर गरीबों के घर को तोड़ा जा रहा है और किस प्रकार दर्जनों ऐसी प्रदेश की समस्याएं है, जिसको रैली में वह उठाएंगे"- सत्यदेव राम, माले विधायक
"भाकपा माले गरीब गुरबा की पार्टी है. इसलिए इस रैली में सिर्फ गरीब गुरबे लोग ही नजर आ रहे हैं. इस रैली की खासियत क्या है कि यह कोई स्पॉन्सर्ड रैली नहीं है. लोग अपना पैसा लगाकर गांव और सुदूर इलाके से चलकर आए हैं. कॉमेरेड विनोद मिश्रा काजू लक्ष्य का था कि भाकपा माले को देश की सबसे बड़ी पार्टी बनाई जाए और उस दिशा में पार्टी काम कर रही है. उसी के तहत यह रैली भी आयोजित की गई है. आने वाले समय में इस प्रकार की और भी बड़ी रैली आयोजित की जाएंगी"- अजीत कुशवाहा, माले विधायक
गांधी मैदान में लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ महारैली: पटना जंक्शन से ट्रेन से उतरकर भाकपा माले का झंडा लिए पूरे फ्रेजर रोड से गांधी मैदान तक सड़क पर रात भर लोग नजर आए. लोग इस दौरान 'फासीवाद मिटाओ लोकतंत्र बचाओट के नारे लगाते नजर आए. बिस्कोमान भवन के पास गांधी मैदान के लिए जा रही भीड़ के सदस्य दीपू मंडल ने कहा कि रैली में शामिल होने आए हैं और यहां से भाजपा को उखाड़ फेंकने की शपथ लेंगे. गरीबों को पूरा अनाज नहीं मिल रहा. वह मधुबनी जिले से इस रैली में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए हैं.
दूर-दूर से पहुंचे हैं भाकपा माले: वहीं, महावीर ने कहा कि रात भर रैली के इंतजार में गांधी मैदान में ही काटेंगे, उन लोगों को खुले में ही रहने की आदत है. इसलिए कोई फर्क नहीं पड़ेगा. घर से थैला में सुबह हर दिन का खाना साथ ले कर के चले हुए हैं. यही रहेंगे और यही दिन काट लेंगे और फिर रैली खत्म होने के बाद घर लौट जाएंगे. रानी ने कहा कि रैली में शामिल होने आई है यहां धरना करेंगी और भाजपा को हटाने का काम करेंगी.
भाजपा को हटाने के लिए हुंकार: शिव रविदास ने कहा कि वह लोग भाकपा माले के कार्यकर्ता हैं और खुले में रहने में कोई फर्क नहीं. घर से सामान पैक करके निकले हुए हैं और झोला में रखा हुआ है. गांधी मैदान में रात भर रहेंगे खुले आसमान के नीचे और भूख लगेगी तो खाना खाएंगे, फिर दिन में रैली में भाजपा को हटाने के लिए हुंकार भरेंगे. नालंदा से पहुंचे दीनानाथ ने कहा कि भाजपा को हटाने के लिए रैली में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए हैं. घर से खाना पीना लेकर चले हैं. यहां रैली में शामिल होंगे और अपनी बातों के लिए आवाज मजबूत करेंगे.
"किसान मजदूर सब एक हो जाएंगे तो भाजपा सत्ता से भाग जाएगी. हमल लोग अपनी बातों को यहां मजबूती से उठाएंगे और मांगों के लिए लड़ाई लड़ेंगे. लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ महारैली में शामिल होने के लिए वह पहुंचे हुए हैं और रात भर गांधी मैदान में रहेंगे"- नीरज कुमार सिंह, कार्यकर्ता, भाकपा माले