पटना: बिहार में बेरोजगारी (Unemployment In Bihar) चरम पर है. राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी के मामले में बिहार टॉप तीन राज्यों में शामिल है. रोजगार के मामले को बिहार विधानसभा के बजट सत्र में भी उठाया गया है. भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल ने सरकार से रोजगार के मसले पर सवाल किए और रोजगार कैलेंडर जारी करने की मांग की.
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गौरतलब है कि बिहार में बेरोजगारी बड़ी चुनौती है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बिहार विधानसभा चुनाव के समय 19 लाख लोगों को रोजगार देने का वायदा किया था, लेकिन लोगों को जिस रफ्तार से नौकरियां मिल रही है, उससे स्पष्ट दिख रहा है कि लक्ष्य पूरा होना दूर की कौड़ी है. रोजगार के मसले पर भाकपा माले विधायक ने विधानसभा में शून्य काल में सवाल उठाया और सरकार पर चौतरफा हमला बोला.
भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल ने शून्य काल में सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार रोजगार को लेकर गंभीर नहीं है. वैकेंसी पूरे होने में 10 साल लग जाते हैं. विधायक ने कहा कि बिहार सरकार को रोजगार कैलेंडर जारी करना चाहिए, जिसमें यह भी तय होगी कि कितने समय सीमा के अंदर रोजगार की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
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