पटनाः पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है. कोरोना वैक्सीन आम लोगों तक पहुंचे इसके लिए केंद्र सरकार कोशिशों में जुटी है. बिहार के लोग भी वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं. बिहार सरकार ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है. प्राथमिकता के आधार पर लोगों को वैक्सीन दिए जाएंगे. बिहार में पहले चार लाख 26 हजार हेल्थ वर्कर को वैक्सीन दिया जाना है. तीन लाख 60 हजार सरकारी स्वास्थ्य कर्मी हैं, जबकि 66000 प्राइवेट स्वास्थ्य कर्मी हैं.
बिहार सरकार ने मांगी 549 डीप फ्रीजर
फिलहाल बिहार में एक करोड़ 37 लाख वैक्सीन स्टोर करने की क्षमता है. लेकिन सरकार एक करोड़ और बढ़ाना चाहती है. इसके लिए केंद्र को कई प्रस्ताव भेजे गए हैं. बिहार सरकार की ओर से केंद्र को 8 वाकिंग कूलर और दो वॉकिंग फ्रीजर के लिए डिमांड भेजे गए हैं. बिहार सरकार की ओर से 549 डीप फ्रीजर की मांग भी की गई है. बिहार सरकार की ओर से 270 छोटा आईएलआर, 162 बड़ा आईएलआर के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है.
बिहार में एक करोड़ 37 लाख वैक्सीन स्टोर करने की क्षमता
बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर लोगों को टीके लगेंगे. पहले स्वास्थ्य कर्मी, उसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन दिया जाना है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले हेल्थ वर्कर के बाद पुलिस-आर्मी स्टाफ, मिलिट्री के लोग, नगर निगम कर्मी और जिला प्रशासन से जुड़े कर्मियों को वैक्सीन दिया जाएगा. उसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दिया जाना है. आपको बता दें कि बिहार में कुल मिलाकर चार लाख से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर हैं.