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दूसरे प्रदेशों से आने वालों को करानी होगी कोरोना की जांच, सार्वजनिक स्थलों पर स्वास्थ्य टीम तैनात - holi festival

देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए पटना में बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जाएगी. जिसके लिए सार्वजनिक स्थलों पर स्वास्थ्य टीम की तैनाती कर दी गयी है.

डॉ. विभा कुमारी सिविल सर्जन
डॉ. विभा कुमारी सिविल सर्जन
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Published : Mar 17, 2021, 5:38 PM IST

पटना: देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में कोरोना के खतरे को कम करने के लिए कई उपाय कर रहा है. प्रदेश में अभी तक 40 फीसदी कोरोना संक्रमित मरीज राजधानी पटना में मिले हैं. ऐसे में फिर से संक्रमण के फैलने की संभावना बनी हुई है. वहीं, पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण कंट्रोल करने के लिए होली के त्योहार के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयार की है.

ये भी पढ़ें- कुछ राज्यों में बढ़ रहे कोरोना केस, होली पर लौट रहे प्रवासियों की कराई जा रही जांच: मंत्री

बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
सिविल सर्जन डॉ, विभा कुमारी ने बताया कि देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं. राजधानी पटना में भी नए मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. पटना में देश के दूसरे हिस्सों की अपेक्षाकृत नए मामलों में बढ़ोतरी की रफ्तार कम है. मगर बावजूद इसके हमें अलर्ट रहने की जरूरत है.होली का त्योहार आ रहा है और होली में काफी संख्या में प्रवासी लोग वापस लौटते हैं. दूसरे राज्यों से पटना लौटने वाले लोगों से प्रदेश में एक बार फिर से संक्रमण फैलने का खतरा बन रहा है. ऐसे में दूसरे राज्यों से पटना आने वाले सभी लोगों का कोरोना जांच कराने का स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है.

देखें रिपोर्ट

प्रभारी चिकित्सकों को किया गया निर्देशित
उन्होंने बताया कि सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकों को यह निर्देशित किया गया है. वह अपने क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से ऐसे लोगों की सूची तैयार करें जो विदेशों और दूसरे प्रदेशों से पटना लौटे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाएं. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आता है तो उन्हें आइसोलेट करें और जरूरत पड़े तो उन्हें इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन के लिए कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल में भेजें. इसके साथ ही उनके परिवार वालों का भी कोरोना जांच कराएं. सिविल सर्जन ने कहा कि प्रदेश में कोरोना जांच की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. जहां कोरोना मरीज मिल रहे हैं वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया गया है.

ये भी पढ़ें- कोरोना के सिर उठाने से सहमे लोग, होली में घर में एंट्री के लिए निगेटिव होना जरूरी

कोरोना की रैंडम जांच जारी
सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक स्थल एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोरोना जांच कैंप लगाया गया है. बाहर से आने वाले यात्रियों का कोरोना की रैंडम जांच की जा रही है. गुरूवार से एक मुहिम शुरू होने जा रहा है जिसमें पटना एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों का कोरोना का आरटी पीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा या फिर उन्हें वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाना होगा. अगर यह दोनों नहीं होगा तो यात्री का ऑन स्पॉट रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच की जाएगी.

पटना: देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में कोरोना के खतरे को कम करने के लिए कई उपाय कर रहा है. प्रदेश में अभी तक 40 फीसदी कोरोना संक्रमित मरीज राजधानी पटना में मिले हैं. ऐसे में फिर से संक्रमण के फैलने की संभावना बनी हुई है. वहीं, पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण कंट्रोल करने के लिए होली के त्योहार के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयार की है.

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बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
सिविल सर्जन डॉ, विभा कुमारी ने बताया कि देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं. राजधानी पटना में भी नए मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. पटना में देश के दूसरे हिस्सों की अपेक्षाकृत नए मामलों में बढ़ोतरी की रफ्तार कम है. मगर बावजूद इसके हमें अलर्ट रहने की जरूरत है.होली का त्योहार आ रहा है और होली में काफी संख्या में प्रवासी लोग वापस लौटते हैं. दूसरे राज्यों से पटना लौटने वाले लोगों से प्रदेश में एक बार फिर से संक्रमण फैलने का खतरा बन रहा है. ऐसे में दूसरे राज्यों से पटना आने वाले सभी लोगों का कोरोना जांच कराने का स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है.

देखें रिपोर्ट

प्रभारी चिकित्सकों को किया गया निर्देशित
उन्होंने बताया कि सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकों को यह निर्देशित किया गया है. वह अपने क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से ऐसे लोगों की सूची तैयार करें जो विदेशों और दूसरे प्रदेशों से पटना लौटे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाएं. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आता है तो उन्हें आइसोलेट करें और जरूरत पड़े तो उन्हें इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन के लिए कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल में भेजें. इसके साथ ही उनके परिवार वालों का भी कोरोना जांच कराएं. सिविल सर्जन ने कहा कि प्रदेश में कोरोना जांच की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. जहां कोरोना मरीज मिल रहे हैं वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया गया है.

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कोरोना की रैंडम जांच जारी
सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक स्थल एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोरोना जांच कैंप लगाया गया है. बाहर से आने वाले यात्रियों का कोरोना की रैंडम जांच की जा रही है. गुरूवार से एक मुहिम शुरू होने जा रहा है जिसमें पटना एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों का कोरोना का आरटी पीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा या फिर उन्हें वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाना होगा. अगर यह दोनों नहीं होगा तो यात्री का ऑन स्पॉट रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच की जाएगी.

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