पटना: देश में एक बार फिर से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण (Corona Virus) को देखते हुए पटना जंक्शन (Patna Junction) पर मरीजों की जांच फिर से शुरू कर दी गई है. केरल और महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों को देख, वहां से आने वाले यात्रियों को आरटीपीसीआर की जांच (RTPCR Test) रिपोर्ट लेकर आने की नसीहत दी गई है.
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संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर इस बार तैयारी पुख्ता की जा रही है. पटना में बाहर से आने वालों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है. पटना रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर कोविड जांच में तेजी लायी गई है. इसके साथ ही जांच के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को भी लगाया गया है.
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विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना जता रहे हैं. इसके साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल के सभी नियमों को बखूबी पालन करने की सलाह दे रहे हैं. पटना जंक्शन के गेट नंबर-3 के पास स्वास्थयकर्मियों के माध्यम से यात्रियों की जांच की जा रही है.
बता दें कि पटना जंक्शन पर एंटीजन किट के माध्यम से यात्रियों की जांच की जा रही है. यात्रियों के शत-प्रतिशत जांच के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है. हालांकि गेट नंबर-3 के पास कोविड-19 जांच के लिए काउंटर लगा हुआ है. लेकिन अन्य तीन गेट से यात्री चकमा देकर निकल जा रहे हैं.
'हम लोग यात्रियों को पकड़कर भी जांच कर रहे हैं. बहुत सारे लोग अपनी मर्जी से भी जांच करवाने पहुंच रहे हैं. यहां सिर्फ एंटीजन किट से जांच की जा रही है. मंगलवार दोपहर तक 203 लोगों की जांच की गई है. जिसमें सभी लोग निगेटिव पाए गए.' -पुष्पा कुमारी, एएनएम
ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि पटना जंक्शन पर प्रतिदिन लाखों यात्री पहुंच रहे हैं. लेकिन जो लापरवाही है, वह साफ देखने को मिल रही है. जहां जांच काउंटर बनाया गया है, वहीं दो गेट है. एक गेट पर स्वास्थ्यकर्मी लोगों की जांच कर रहे हैं, तो दूसरे गेट से लोग धड़ल्ले से बाहर निकल रहे हैं. उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है.