हैदराबाद: विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना की 'छावा' 14 फरवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. इसके पहले वही हुआ जो लगभग हर इतिहास पर बनी पीरियड-ड्रामा रिलीज होने से पहले होता है- विरोध. 'छावा' के ट्रेलर को काफी पसंद किया गया है, खासकर विक्की और अक्षय खन्ना के लुक और परफॉर्मेंस की काफी तारीफ हुई. लेकिन अब इसकी रिलीज रोकने की मांग उठाई जा रही है. छावा छत्रपति शिवाजी के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज की कहानी है. इस पर महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने इसका विरोध किया है. उन्होंने कहा कि छावा में कई सीन को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है और रिलीज से पहले इसे एक्सपर्ट्स को दिखाना चाहिए उसके बाद ही इसे सिनेमाघरों में उतारना चाहिए.
छावा का क्यों हो रहा विरोध?
उन्होंने कहा, 'अगर संभाजी महाराज के सम्मान को ठेस पहचुंती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा या तो आपत्तिजनक सीन हटाइए या फिर इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे. उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा है, 'यह खुशी की बात है कि धर्म के रक्षक और स्वतंत्रता के रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर हिंदी फिल्म बनाई जा रही है. दुनिया को उनके बारे में बताने के इस प्रयास की मैं सराहना करता हूं. हालांकि कई लोगों ने फिल्म के कुछ सीन पर आपत्ति जताई है और मेरा मानना है कि पहले फिल्म एक्सपर्ट को दिखाई जानी चाहिए उसके बाद ही रिलीज की जानी चाहिए. महाराज के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली कोई भी चीज बर्दाश्त नहीं की जाएगी'.
खैर ये पहली बार नहीं है जब किसी पीरियड फिल्म को विवादों का सामना करना पड़ा है. ऐसा पहले भी हो चुका है तो आइए जानते हैं उन 5 पीरियड फिल्मों के बारे में जिन्हें रिलीज से पहले विरोध का सामना करना पड़ा.
- छावा से पहले विरोध झेल चुकी हैं ये 5 पीरियड फिल्में
1. जोधा अकबर (2008)
साल 2008 में रिलीज हुई जोधा अकबर मुगल बादशाह अकबर और राजपूत राजकुमारी जोधा के प्रेम की गाथा है. जिसमें ऋतिक रोशन और ऐश्वर्या राय ने लीड रोल प्ले किया था. फिल्म को लेकर कहा गया था कि फिल्म में हिस्टोरिकल फैक्ट्स से छेड़छाड़ की गई है. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि जोधा बाई अकबर नहीं जहांगीर की वाइफ थी. राजस्थान फिल्म को बैन करने के लिए राजपूत कम्यूनिटी ने प्रोटेस्ट भी किया था.
2. पद्मावत (2018)
इस फिल्म को सबसे पहले तो अपने नाम को लेकर ही विरोध झेलना पड़ा. पहले इसका नाम पद्मावती रखा गया था लेकिन करणी सेना के कड़े विरोध के चलते मेकर्स को इसका नाम बदलकर पद्मावत करना पड़ा. उनका कहना था कि फिल्म में रानी पद्मावती की इमेज को गलत तरीके से दिखायाा गया है, क्योंकि फिल्म में उन्हें घूमर पर डांस करते हुए दिखाया गया है लेकिन रानी पद्मावती कभी नाचती नहीं थी.
फिल्म पर लगाए गए आरोप
- 1. जौहर को दिखाना
- 2. अलाउद्दीन खिलजी का महिमामंडन
- 3. घूमर गाने में डांस में ड्रेस पर बवाल
- 4. खिलजी और पद्मनी के बीच रोमांटिक सीन
- 5. राजपूत संस्कृति को ठेस पहुंचाई
3. पानीपत (2019)
अर्जुन कपूर, कृति सेनन और संजय दत्त स्टारर पानीपत की रिलीज पर भी रोक लगाने की मांग उठी. दरअसल फिल्म में महाराजा सूरजमल के कैरेक्टर के प्रेजेंटेशन पर जाट समूदाय ने खूब विरोध किया. जिसके चलते राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में जमकर प्रोटेस्ट हुआ. यहां तक कि इसकी रिलीज पर रोक की मांग लोकसभा तक पहुंच गई.
फिल्म पर लगाए गए आरोप
- 1. महाराजा सूरजमल की भूमिका को गलत ढंग से दिखाया गया
4. सम्राट प्रथ्वीराज (2022)
अक्षय कुमार की यह फिल्म सम्राट पृथ्वीराज पर आधारित है. पहले फिल्म का नाम पृथ्वीराज था जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ. कहा गया कि भारत के एक वीर योद्धा का नाम इस तरह से लेना उनका अपमान है. जिसके बाद इसका नाम बदलकर सम्राट पृथ्वीराज किया गया. गुर्जर समाज ने दावा किया कि सम्राट गुर्जर समाज के राजा थे लेकिन फिल्म में उन्हें एक क्षत्रिय राजा की तरह दिखाया गया. हालांकि फिल्म ज्यादा चली नहीं.
5. पोन्नियन सेल्वन (2023)
मणिरत्नम की पोन्नियन सेल्वन को भी रिलीज से पहले कई विवादों का सामना करना पड़ रहा था. इस पर आरोप लगा कि फिल्म में चोल साम्राज्य की शैव प्रकृति को नजरअंदाज किया गया. यहां तक कि मणिरत्नम और सुपरस्टार चियान विक्रम को कोर्ट की तरफ से नोटिस तक दिया गया था.
फिल्म पर लगे आरोप
- 1. चोलों की शैव प्रकृति को नजरअंदाज करना
- 2. आदिधा करिकालन के हत्यारों को ब्राह्मण नहीं दिखाया गया
- 3. फिल्म मेकर वेट्रीमारन का बयान कि राजारज चोल हिंदू नहीं थे.