पटना: राजधानी में कोरोना संक्रमण के कारण लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी खानापूर्ति में जुटी है. ताजा मामला दुल्हिन बाजार प्रखंड क्षेत्र के लाला भदसरा गांव की है. यहां सूचना देने के बावजूद प्रशासन प्रवासी मजदूरों पर ध्यान नहीं दे रहा है.
पांच लोग आए थे गांव
गुजरात के सूरत से एक ही परिवार के पांच लोग पिछले सप्ताह गांव आए थे. ग्रामीणों की सूचना देने के बाद भी प्रखंड पदाधिकारी और पुलिस स्टेशन से कोई नहीं आया. इसके बाद चिकित्सा प्रभारी से मुलाकात कर पूरी बात बताई गई. चिकित्सा प्रभारी ने मेडिकल टीम को गांव भेज कर लगभग बीस प्रवासी मजदूरों का ब्लड सैंपल कोरोना जांच कराने के लिए चार दिन पूर्व पटना भेजा था. जिसके बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी.
ग्रामीणों में काफी रोष
भदसारा गांव के एक 21 वर्षीय प्रवासी मजदूर का ब्लड सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आनन-फानन में मेडिकल टीम ने युवक को आइसोलेशन सेंटर भेज दिया. पड़ोसी सुधा देवी ने बताया कि जांच कराने की मांग करने पर उनके परिवार को अपशब्द कहा गया. मीडिया से शिकायत करने के बाद चार दिन पहले प्रवासी मजदूरों का ब्लड सैंपल लिया गया.
उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामिणों में पदाधिकारियों को लेकर काफी रोष है. ग्रामीण रामानन्द तिवारी ने बताया कि युवक नाइ का काम करता है. वह गांव में भी कई लोगों के संपर्क में रहा है. युवक की रिपोर्ट आते ही ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.