पटना: 3 मई तक जारी लॉकडाउन के बीच बिहार सरकार के सभी सरकारी कार्यालय आज से खुल जाएंगे. इसके लिए सभी दफ्तरों को सैनिटाइज किया जा चुका है, ताकि किसी तरह का कोई संक्रमण का खतरा ना रहे.
बता दें कि बिहार में 20 अप्रैल यानी आज से विकास भवन, पुराना सचिवालय सहित सभी सरकारी कार्यालयों को समय सारणी के अनुसार खोलने का आदेश जारी किया गया था. अधिकारियों से कहा गया है कि वे निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंचे.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आनिवार्य
गाइडलाइन के मुताबिक, कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए निर्धारित एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा. सरकारी कार्यालयों में कर्मियों के बैठने की व्यवस्था में एसओपी का पालन हो यह संबंधित प्रशाखा के प्रभारी को सुनिश्चित करना है.
33 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य
सभी प्रशाखा पदाधिकारियों को अपने-अपने प्रशाखा के 33 फीसदी सहायकों, उच्च वर्गीय लिपिक कंप्यूटर ऑपरेटरों, कार्यलय परिचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने का आदेश दिया गया है ताकि कार्य लंबित न हो. सभी पदाधिकारियों के आप्त सचिव और निजी सहायकों को भी सभी कार्य दिवस के दिन खुद भी कार्यलय में उपस्थित रहने और अपने 33 प्रतिशथ अधीनस्थ कर्मियों की उपस्थित रखने को लेकर सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया है.
बिहार में लॉकडाउन के दौरान 1100 गिरफ्तार
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस मुख्यालय ने आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 1 हजार 261 एफआईआर और 1 हजार 100 लोगों की गिरफ्तारी लॉकडाउन के दौरान हो चुकी है. सरकार के लाख मना करने के बावजूद भी लोग अपने घरों से निकल रहे हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा रही है.
लॉकडाउन में केक लेकर बच्चे के घर पहुंचे थानेदार
बिहार के दरभंगा में एक बार फिर से पुलिसिंग का मानवीय चेहरा देखने को मिला है. यहां 4 साल के बच्चे के जन्मदिन पर केक खरीदने निकले पिता को दरभंगा की यातायात पुलिस ने रोका और कोरोना बंदी के साथ खतरनाक कोरोना वायरस का हवाला देकर घर वापस भेज दिया. शाम होते ही पुलिस वाले हाथों में केक लेकर घर जा पहुंचे और बच्चे के साथ न केवल जन्मदिन का केक काटा, बल्कि चॉकलेट का गिफ्ट भी दिया.
लॉकडाउन से रिक्शा चालकों को हो रही परेशानी
लॉक डाउन से रिक्शा ठेला चालकों का रोजगार खत्म हो गया है. जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रिक्शा चालकों ने कहा कि सरकार की तरफ से हमें न राशन मिल रहा है और न ही सहायता राशि दी जा रही है.
लॉकडाउन की वजह से बिजली खपत में आई कमी
लॉकडाउन की वजह से सभी व्यवसाय बंद हैं. जिले में बाढ़ विद्युत सब स्टेशन के छोटे-मोटे कुटीर उद्योग और बड़ी दुकानों में विद्युत का उपयोग नहीं होने से इसकी सेहत पर असर पड़ने लगा है. पूरे इलाके में बड़े-बड़े दाल मिल और छोटे-मोटे उद्योग मजदूर के अभाव में पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं. इसका बुरा असर विद्युत विभाग पर भी पड़ा है.
UPSC और SSC की परीक्षाएं होंगी
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से स्थगित की गयी UPSC और SSC की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. 3 मई के बाद फैसला लिया जाएगा कि नई तारीखें क्या होंगी ताकि लोग आसानी से सेंटर तक पहुंच सकें.