पटना: बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति ने सरकार की वार्ता की पेशकश को ठुकरा दिया है. सरकार ने 22 जनवरी को शिक्षकों को वार्ता के लिए बुलाया था, जिसके बाद पटना में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में 22 जनवरी की तारीख को खारिज करते हुए नियोजित शिक्षकों ने मानव श्रृंखला का बहिष्कार करने की घोषणा की है.
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने पत्र लिखकर 22 जनवरी को वार्ता के लिए बुलाया था. इसे लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक पटना के शिक्षक सेवा सदन में हुई जिसमें समन्वय समिति में शामिल सभी संघों के अध्यक्ष, महासचिव और संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
सरकार की पेशकश खारिज
बैठक में सरकार की ओर से 22 जनवरी को वार्ता की पेशकश को सभी संघों ने खारिज कर दिया. जिसमें कहा कि 15 जनवरी तक अगर सरकार बिहार के नियोजित शिक्षकों के मांगों पर विचार के लिए वार्ता नहीं करती और उचित निर्णय नहीं लेती तो 19 जनवरी को बिहार में बनने वाली मानव श्रृंखला का सभी कोटि के शिक्षक बहिष्कार करेंगे.
'मानव श्रृंखला का होगा बहिष्कार'
संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक बृजनंदन शर्मा ने कहा कि बिहार के शिक्षक ना सिर्फ मानव श्रृंखला का बहिष्कार करेंगे बल्कि आने वाले दिनों में राज्यव्यापी हड़ताल और जेल भरो आंदोलन की भी घोषणा करेंगे. जिससे बिहार में विद्यालयों में पठन-पाठन अवरुद्ध हो जाएगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.
'आंदोलन के सिवाय रास्ता नहीं'
ब्रजनंदन शर्मा ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से काफी उम्मीद थी. लेकिन, उन्होंने अपनी 5 सितंबर को की गई घोषणा को भी अब तक पूरा नहीं किया. इसलिए अब शिक्षकों के सामने आंदोलन के सिवाय और कोई रास्ता नहीं बचा है.