नई दिल्ली/पटनाः पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफे को अखिलेश सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि वे एक प्रबुद्ध राजनीतिज्ञ हैं. उनके साथ में काम करने का अवसर भी मिला है. उन्होंने किस परिस्थिति में इस्तीफा दिया है मुझे नहीं मालूम है. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका यह निर्णय ठीक नहीं है.
हाल ही में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा
बता दें बिहार विधानसभा चुनाव से ऐन पहले आरजेडी को बहुत बड़ा झटका लगा है. आरजेडी से नाराज चल रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने दिल्ली एम्स से पत्र लिखकर लालू यादव को इस्तीफा दे दिया है. हालांकि लालू यादव ने इस्तीफा नामंजूर करते हुए उन्हें खत लिखा. जिसके बाद से प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है. कुछ दिन पहले ही रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था.
रामा सिंह हो सकते हैं आरजेडी में शामिल
वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह आरजेडी में आ सकते हैं. इसलिए रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज चल रहे हैं. रामा सिंह उनके सियासी विरोधी माने जाते हैं. कई बार उनके खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. 32 सालों तक रघुवंश प्रसाद सिंह लालू के साथ रहे. वे हमेशा मुश्किल वक्त में आरजेडी और लालू परिवार के साथ खड़े रहे हैं.
एम्स में इलाजरत हैं रघुवंश प्रसाद
रघुवंश प्रसाद को कोरोना हो गया था. जिसके बाद उनको पटना एम्स में भर्ती कराया गया था, कोरोना से ठीक हुए तो उनको निमोनिया हो गया था, निमोनिया होने के बाद उनको दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है.
3 से 4 दिनों में महागठबंधन में सीटों का बंटवारा
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गहगा-गहमी शुरू हो गई है. दोनों गठबंधन सीट बंटबारे के अंतिम दौर में है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि 3 से 4 दिनों में महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हो जाएगा. महागठबंधन के घटक दलों के बीच कोई विवाद या मनमुटाव नहीं है. कांग्रेस के 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर हो रही चर्चा पर उन्होंने जानकारी होने से इंकार कर दिया.