पटना: मुजफ्फरपुर में एईएस से मरने वालों वाले बच्चों की संख्या में अब कमी आनी शुरू हो गई है. हांलाकि विपक्ष अभी भी इस मामले पर सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि पूरे मामले में सरकार की जवाबदेही तय होनी चाहिए.
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से सरकारी योजनाओं की समीक्षा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर ग्रामीण इलाकों तक होने का दावा किया जाता है. इसके बाद भी इस तरह की बड़ी घटना सरकार की बड़ी लापरवाही की निशानी है. दरअसल खबर है कि राज्य सरकार की तमाम एजेंसियों द्वारा मुजफ्फरपुर के आसपास के इलाकों में बच्चों के मौत की मूल वजह का सर्वे कराया जा रहा है.
'योजनाओं का लाभ नीचे स्तर तक नहीं पहुंचा'
इस मामले में कांग्रेस नेता का कहना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंच रही है या नहीं इसकी जांच सरकार द्वारा समय-समय पर की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में जिस तरह कुपोषण और गरीबी से जूझ रहे बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. उससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि सरकारी योजनाओं का लाभ नीचे स्तर तक नहीं पहुंच पा रहा.
अब तक 186 बच्चों की मौत
अब तक बच्चों की हुई मौत पर कांग्रेस नेता का कहना है कि सरकार को पूरे मामले की जवाबदेही तय करे. बता दें कि मुजफ्फरपुर और अन्य जिले में चमकी बुखार की वजह से अब तक 186 बच्चों की मौत हो चुकी है.