पटना: कोरोना काल के कारण बदले परिस्थितियों में होने वाले विधानसभा चुनाव इस बार कई मायनों में खास है. प्रदेश के लगभग सभी राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतरने से पूर्व जनता से रूबरू होने के लिए सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं. जहां एनडीए पहले से ही सोशल मीडिया का का इस्तेमाल कर रही है. वहीं अब देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भी सोशल मीडिया को अपने हथियार के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया है.
वर्चुअल रैली की राह पर कांग्रेस
बता दें कि बीजेपी और जदयू के तर्ज पर अब कांग्रेस ने भी वर्चुअल रैली पर जोड़ देना शुरू कर दिया है. इसको लेकर कॉन्ग्रेस बीते 7 सितंबर से बिहार के विभिन्न इलाके में जनता से रूबरू होने के लिए बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन कर रही है. यह सम्मेलन फिलहाल बिहार के उत्तरी इलाकों में किया जा रहा है. उत्तरी इलाके के बाद कांग्रेस पूरे बिहार में डिजिटल रैली का आयोजन करेगी.
'कांग्रेस की आईटी सेल कार्यरत'
बिहार विधानसभा चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए कांग्रेस की आईटी सेल जिला प्रखंड और पंचायत स्तर पर मजबूती से कार्य कर रही है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की आईटी टीम सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों के सहारे सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचाने की रणनीति पर मुकम्मल तरीके से कार्य करना शुरू कर दिया है. टीम के कार्यकर्ता पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हर 20 से 30 सेकंड में और स्लोगन लिखकर भेजा करेगी.
व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ा जाएगा
सोशल मीडिया पर अपनी दमदार मौजूदगी दिखाने के लिए कांग्रेस की पटना आईटी टीम दिन रात मेहनत कर रही है. कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि तकनीक इस्तेमाल के मामले में आप भी किसी दल से पीछे नहीं है. पार्टी रणनीति के तहत कार्य कर रही है इसके लिए सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है.
युवाओं को जोड़ने का किया जा रहा प्रयास
बता दें कि कांग्रेस की आईटी टीम एक प्रखंड के कम से कम 5 पंचायत के युवाओं को जोड़ने का काम कर रही है. पार्टी सूत्रों की माने तो आईटी टीम प्रत्येक भूत से कम से कम 10 युवाओं को जोड़ने का काम कर रही है इन युवाओं को पार्टी जिला मुख्यालय की ओर से बूथ मैनेजमेंट को लेकर जानकारी उपलब्ध कराया जाएगा.