ETV Bharat / state

CM नीतीश से फरियादी ने कहा- 'सर.. मेरी निजी जमीन पर सरकार ने सड़क बनवा दिया'

नीतीश कुमार के जनता दरबार (cm nitish janta darbar) में पहुंचे एक फरियादी की बात सुनकर सीएम अचंभित रह गए और बिना कुछ कहे संबंधित विभाग के पास शिकायतकर्ता को भेज दिया. ऐसा क्या कहा इस शख्स ने जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..

cm nitish janta darbar
cm nitish janta darbar
author img

By

Published : Feb 21, 2022, 12:27 PM IST

Updated : Feb 21, 2022, 12:38 PM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. इस दौरान सीएम के विभाग के खिलाफ भी कई शिकायतें आती रहती हैं. ऐसा ही एक मामला फिर से आया जिसने सीएम को आश्चर्यचकित कर दिया. दरअसल एक फरियादी ने अपना दर्द बयां करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग पर गंभीर आरोप (Complaint of rural development department bihar ) लगाते हुए कहा कि, सर बिहार सरकार ने हमारा सबकुछ ले छीन लिया. मेरी मां का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है.

पढ़ें: CM Janata Darbar: मदद मांगी तो जबरन किया गलत काम, मुख्यमंत्री जी.. न्याय कीजिए

फरियादी ने सीएम नीतीश कुमार को बताया कि सर मेरी मां के नाम से जो जमीन था उसे ग्रामीण कार्य विभाग ने जबरदस्ती, बलपूर्वक और दबंगई से ले लिया है. खेती किसानी का 10 कट्ठा जमीन मेरे पास था, जिसे विभाग ने ले लिया है. कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इन सबके कारण मेरी मां की दिमागी हालत बिगड़ चुकी है.

"मेरे मां के नाम से जमीन है. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा जबरदस्ती, बलपूर्वक, दबंगई से जमीन ले लिया गया. जमीन के बीचों बीच पुलिया बना दिया गया. जिसके कारण उस जमीन में कभी भी फसल नहीं होगा . मेरी मां का दिमागी संतुलन बिगड़ गया. हमारा सबकुछ बिहार सरकार ले ली. अब हमारे पास कुछ नहीं बचा. जमीन ही हमारा सहारा था. खेती किसानी का 10 कट्ठा जमीन है हमारे पास, जो विभाग ने ले लिया."- फरियादी

पढ़ें: 'मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनते हैं अधिकारी...' जनता दरबार आई फरियादी का गंभीर आरोप

फरियादी की बात सुनकर सीएम ने अधिकारी से मामले को लेकर थोड़ी देर तक जानकारी जरूर ली लेकिन, फिर बिना कुछ कहे व्यक्ति को संबंधित विभाग के पास भेज दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिस विभाग के खिलाफ शिकायत की गई है, वही विभाग इस मामले को निष्पक्ष तरीके से हल कर सकता है. ऐसा मुश्किल लगता है. लेकिन इस फरियादी के पास दूसरा और कोई विकल्प नहीं है.

आपको बता दें कि जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines in Janata Darbar) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. इस दौरान सीएम के विभाग के खिलाफ भी कई शिकायतें आती रहती हैं. ऐसा ही एक मामला फिर से आया जिसने सीएम को आश्चर्यचकित कर दिया. दरअसल एक फरियादी ने अपना दर्द बयां करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग पर गंभीर आरोप (Complaint of rural development department bihar ) लगाते हुए कहा कि, सर बिहार सरकार ने हमारा सबकुछ ले छीन लिया. मेरी मां का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है.

पढ़ें: CM Janata Darbar: मदद मांगी तो जबरन किया गलत काम, मुख्यमंत्री जी.. न्याय कीजिए

फरियादी ने सीएम नीतीश कुमार को बताया कि सर मेरी मां के नाम से जो जमीन था उसे ग्रामीण कार्य विभाग ने जबरदस्ती, बलपूर्वक और दबंगई से ले लिया है. खेती किसानी का 10 कट्ठा जमीन मेरे पास था, जिसे विभाग ने ले लिया है. कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इन सबके कारण मेरी मां की दिमागी हालत बिगड़ चुकी है.

"मेरे मां के नाम से जमीन है. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा जबरदस्ती, बलपूर्वक, दबंगई से जमीन ले लिया गया. जमीन के बीचों बीच पुलिया बना दिया गया. जिसके कारण उस जमीन में कभी भी फसल नहीं होगा . मेरी मां का दिमागी संतुलन बिगड़ गया. हमारा सबकुछ बिहार सरकार ले ली. अब हमारे पास कुछ नहीं बचा. जमीन ही हमारा सहारा था. खेती किसानी का 10 कट्ठा जमीन है हमारे पास, जो विभाग ने ले लिया."- फरियादी

पढ़ें: 'मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनते हैं अधिकारी...' जनता दरबार आई फरियादी का गंभीर आरोप

फरियादी की बात सुनकर सीएम ने अधिकारी से मामले को लेकर थोड़ी देर तक जानकारी जरूर ली लेकिन, फिर बिना कुछ कहे व्यक्ति को संबंधित विभाग के पास भेज दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिस विभाग के खिलाफ शिकायत की गई है, वही विभाग इस मामले को निष्पक्ष तरीके से हल कर सकता है. ऐसा मुश्किल लगता है. लेकिन इस फरियादी के पास दूसरा और कोई विकल्प नहीं है.

आपको बता दें कि जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines in Janata Darbar) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


Last Updated : Feb 21, 2022, 12:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.