पटना: चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर अब एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं. सोमवार को जमानत मिलने के बाद उन्होंने न केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी को चेतावनी दी बल्कि अधिकारियों को भी चेतावनी दी. पीके ने कहा कि नीतीश कुमार मात्र 10 महीने के लिए मुख्यमंत्री हैं. उसके बाद भ्रष्टाचार के जरिए धन अर्जित करने वाले अधिकारियों से हिसाब लिया जाएगा.
'अंतिम बार चूड़ा-दही खाएंगे नीतीश': प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार मात्र 10 महीने के लिए मुख्यमंत्री हैं. वह एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास में अंतिम बार मकर संक्रांति मना रहे हैं. इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री निवास में दही-चूड़ा खाने का मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब थक चुके हैं. बिहार की जनता उन्हें दोबारा मौका देने वाली नहीं है. इस दौरान पीके ने बीजेपी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि तमाम भाजपा नेताओं ने चुप्पी साथ रखी है, बिहार की जनता सब देख रही है.
"नीतीश कुमार की सरकार का अंतिम 10 महीना चल रहा है. 14 तारीख को चूड़ा-दही खा लें. इसके बाद एक अणे मार्ग में चूड़ा-दही खाना कभी नसीब नहीं होगा. कोई भी मुख्यमंत्री बने बिहार का लेकिन नीतीश कुमार नहीं बनेंगे."- प्रशांत किशोर, संस्थापक, जन सुराज पार्टी
'अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा': प्रशांत किशोर को लेकर राजधानी पटना में दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. प्रशांत किशोर को सुबह 4:00 बजे पुलिस अपने साथ उठाकर ले गई. कोर्ट में भी पेश किया लेकिन जमानत मिलने के बाद आखिरकार वह 16 घंटे बाद रिहा हो गए. रिहाई के बाद प्रशांत किशोर ने अधिकारियों के रवैये पर भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि नियम कानून को हाथ में लेने वाले अधिकारियों को भी आने वाले दिनों में सबक सिखाया जाएगा.
छात्रों को नहीं छोड़ा तो नतीजे गंभीर होंगे: जन सुराज पार्टी के संस्थापक ने पुलिस अधिकारियों के रवैये पर उन्होंने कहा कि सुबह कुछ लोग हमारे पीछे चल रहे थे, तभी एक नए पुलिस पदाधिकारी ने जबरदस्ती लोगों की गाड़ी की चाबी छीन ली और उन्हें डिटेन कर लिया. उन्होंने कहा कि मैं उन्हें चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर मंगलवार तक सुबह तक उन्हें नहीं छोड़ा गया और उनकी गाड़ियों को मुक्त नहीं किया गया तो उनसे हम निपटने के लिए तैयार हैं. पीके ने कहा कि जब मुख्य अभियुक्त मुझे बनाया गया था और मुझे छोड़ दिया गया तो फिर 50 से अधिक छात्रों को डिटेन करने का क्या मतलब है?
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