पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के दरबार में आज एक पिता अपने बेटे के हत्यारों को बचाने का आरोप पुलिस प्रशासन पर लगाया. ये आरोप सुनते ही सीएम भी दंग रह गए और फरियादी से पूछा कि आपके बेटे की हत्या कर दी गई, केस दर्ज हुआ लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई? इस पर फरियादी ने जो कहा उसे सुनकर दरबार में मौजूद सभी लोगों के साथ ही सीएम नीतीश भी स्तब्ध रह गए. (Complaint of former BJP MLC Manoj Singh ) (CM Nitish Kuma Janta Darbar in Patna)
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'बेटे के हत्यारों को बचा रही पुलिस': सिवान से आए फरियादी मनोज सिंह ने कहा कि सर मेरा नाम मनोज कुमार सिंह है. सिवान का रहने वाला हूं. मेरे बेटे कुशाल कुमार सिंह को 20 अगस्त 2021 को गांव के कुछ दबंगों ने आरा से काटकर मार डाला. मेरा बेटा एनडीए की तैयारी कर रहा था. इस मामले में दबंगों के रिश्तेदार हैं मनोज सिंह. मनोज सिंह बीजेपी के पूर्व एमएलसी रह चुके हैं. इनके दबाव में पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की.
"हमारे केस को कमजोर किया गया है. मामले से दो लोगों के नाम भी हटा दिए गए हैं. एक अभियुक्त 15 महीने से फरार चल रहा था. दूसरा तीन महीने से घर पर रहकर हमलोगों को धमकी दे रहा है."- मनोज कुमार सिंह, फरियादी
सीएम नीतीश ने लिया एक्शन: फरियादी की बात सुनते ही सीएम ने बार-बार पूछा कि आप के बेटे की हत्या कर दी गई है? केस दर्ज हुआ तो गिरफ्तारी नहीं हुई? इस पर फरियादी ने कहा कि गिरफ्तारी नहीं हुई सर. कोर्ट से बहुत ज्यादा प्रयास करने पर सरेंडर किया है. थाना प्रभारी को सब पता था. हमने लोकेशन भी बताया था लेकिन फिर भी अरेस्ट नहीं किए. सारी बात सुनने के बाद सीएम ने डीजीपी को फोन लगाकर जल्द से जल्द पूरे मामले को देखने को कहा है.
"बच्चे को मार दिया, बच्चे की हत्या कर दिया? आपके बच्चे का हत्या कर दिया है? डीजीपी को फोन लगाइये."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
इन विभागों की शिकायत लेकर पहुंचे फरियादी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, कारा विभाग, मद्य निषेध विभाग, निगरानी विभाग खान एवं भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतों सुनी और उसका निपटारा किया. मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में जनता दरबार लगेगा और संबंधित सभी विभागों के मंत्री और सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
नीतीश कुमार का जनता दरबार: आज भी सीमित संख्या में ही लोगों को जनता दरबार के लिए बुलाया गया था. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को जिला प्रशासन कोविड जांच के बाद जनता दरबार लेकर आई और फिर जिला प्रशासन के माध्यम से ही उन्हें घर तक पहुंचाया जाएगा. मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में जनता दरबार लगेगा और संबंधित सभी विभागों के मंत्री और सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनने के बाद ऑनस्पॉट उनकी समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया.
पिछली बार जनता दरबार में 54 लोगों की सुनी फरियाद: पिछले महीने 12 दिसंबर को हुए जनता दरबार में सीएम नीतीश कुमार ने कुल 54 लोगों की शिकायतों को सुना और उनके तत्काल निवारण के लिए संबंधित मंत्रालय को आवश्यक निर्देश दिए. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई.