पटना: सीएम नीतीश कुमार ने एक अन्ने मार्ग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार के सभी जिलों के कुल 76 क्वॉरेंटाइन सेंटर का हाल जाना. इस दौरान सीएम ने प्रवासी मजदूरों से बात की. सीएम नीतीश ने मजदूरों को कई दिशा निर्देश भी दिए. इस दौरान सीएम ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि सभी को यहीं रोजगार मिले. किसी को अकारण बाहर नहीं जाना पड़े. बिहार में बड़ा बाजार है यहां उद्योग की अपार संभावना है. उद्योग लगाने वाले उद्योगपतियों को सरकार मदद भी करेगी.
रविवार को सीएम नीतीश ने लगातार तीसरे दिन बिहार के क्वॉरेंटाइन सेंटर मुआयना किया. इस दौरान सीएम नीतीश से प्रवासी मजदूरों ने बिहार में ही रोजगार की बात कही. इसपर सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में कपड़ा, जूता, बैग, फर्नीचर, साइकिल आदि से जुड़े उद्योगों की असीम संभावनाएं हैं. हम उपभोक्ता राज्य हैं. हमारे पास बहुत बड़ा बाजार है. बाजार की जरूरतों के अनुरूप उद्योग लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा.
'सभी बनेंगे बिहार के विकास के भागीदार'
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के व्यवसायी वर्ग को भी इन क्षेत्रों में उद्योग लगाने के लिए विचार करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवसायी वर्ग नए उद्योग लगाए. सरकार हर संभव मदद देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग लगने से बाजार का और विकास होगा और लोगों की आय भी बढ़ेगी. प्रवासियों से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बाहर काफी कष्ट हुआ है. हमारी इच्छा है कि सभी को यहीं रोजगार मिले. हम सबके रोजगार की यही व्यवस्था करेंगे. इससे बिहार का और विकास होगा, सभी लोग बिहार के विकास में भागीदार बनेंगे.
'भागलपुर में सिल्क उद्योग को देंगे बढ़ावा'
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि बिहार के बाहर की निजी कंपनियों ने वहां कार्य करने वाले बिहार के प्रवासी श्रमिकों का ख्याल नहीं रखा, जबकि यह उनका दायित्व था. सीएम ने कहा कि भागलपुर और मुंगेर में कपड़ा उद्योग, हस्तशिल्प उद्योग की अपार संभावनाएं हैं. भागलपुर का सिल्क दुनिया भर में प्रसिद्ध है. पहले यहां से सिल्क का निर्यात किया जाता था. भागलपुर के इस उद्योग की क्षमता की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बिहार में भूख से कोई नहीं मरता- नीतीश कुमार
- नीतीश कुमार ने प्रवासी मजदूरों से कहा कि बिहार में ही रहिए और काम कीजिए. सभी को स्किल अनुरूप काम दिया जाएगा.
- उन्होंने कहा कि बिहार में भूख से कोई नहीं मरता.
- क्वॉरेंटाइन केंद्रों और आवासीय सभी प्रवासियों का सर्वे कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.
- कौन कहां से आया है, क्या काम करता था. उनको यहां कैसे रोजगार उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें बाहर नहीं जाना पड़े. इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी.