पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 139 दिनों के बाद अपने सरकारी बंगले एक अन्ने मार्ग से मुख्य सचिवालय अपने दफ्तर पहुंचे. मौके पर सीएम ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ एक बैठक भी की. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी, कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह मौजूद रहे.
'मानवाधिकार आयोग को लेकर हुई बैठक'
यह बैठक मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष के पद को लेकर बुलाई गई थी. बता दें कि बिहार मानवाधिकार आयोग में अध्यक्ष का पद पिछले कई महीनों से खाली है. सरकारी नियमानुसार इस पद की नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद के सभापति और नेता प्रतिपक्ष को बैठक कर निर्णय लेना होता है. जिस वजह से सीएम ने तेजस्वी के साथ यह बैठक बुलाई थी.
'एक घंटे तक चली वार्ता'
सीएम के साथ तेजस्वी और अन्य की बैठक बंद कमरे में लगभग एक घंटे तक जारी रही. हालांकि आयोग के पद के लिए किस नाम पर मुहर लगी. यह पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है. लेकिन इतना तय है कि जल्द ही बिहार मानवाधिकार आयोग को नया अध्यक्ष मिल जाएगा. बता दें कि बजट सत्र के दौरान भी सीएम नीतीश ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ बंद कमरे में चर्चा की थी. उस समय तेजस्वी और सीएम के बैठक के कई सियासी मायने भी निकाले गए थे.
साल के अंत तक विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि इस साल के अंत तक बिहार विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को देखते हुए प्रदेश में लगभग सभी सियासी दल अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं. राजनीतिक बयानबाजी भी तेज होती जा रही है. सीएम के साथ तेजस्वी की इससे पूर्व भी बंद कमरे में बैठक हो चुकी है. सीएम के साथ इस बैठक के सियासतदान कई राजनीतिक मायने भी निकाल रहे हैं.