पटना: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी (Land For Job Scam) देने के मामले में लालू एंड फैमिली पर सीबीआई की कार्रवाई पर सीएम नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है. पटना से लेकर दिल्ली तक में रेड पर सीएम नीतीश ने कहा कि जो कर रहा है वो कर रहा है और जिनपर हो रहा है वो अपना जवाब दे ही रही है इसपर हमको क्या कहना है. कहीं पर कुछ होता है तो उसपर हम कुछ नहीं बोलते हैं. आरजेडी पर 2017 में रेड हुआ और अब हो रहा है. अगर हम एक आदनी का नाम ले लेंगे तो बेचारे फिर कई चीज बोलते रहेंगे.
बोले सीएम नीतीश- 'हम साथ आए इसलिए...': नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में जब हो गया उसके पांच साल बाद फिर रेड हो रहा है. हम एक साथ आ गए तो रेड हो रहा है. इसपर क्या कहा जाए. उस समय हम उनकी (बीजेपी) की बात मान गए और उनके साथ चले गए थे. अब फिर इधर आए तो देखिए रेड शुरू हो गया. साथ ही सीएम ने कहा कि हम एक आदमी का नाम लेंगे तो फिर क्या होगा? हमारे लिए उचित नहीं है कि हम उनका नाम ले. उन्हीं से पूछिए कि क्या बात हुई थी. माना जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए ही बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर हमला किया है. उन्होंने चुटीले अंदाज में कहा कि पार्टी ने उन्हें पहले ही पीछे कर रखा है इसिलए बोलते रहना पड़ता है.
पीएम को लिखे लेटर पर सीएम नीतीश का गोलमोल जवाब: विपक्षी दलों ने पीएम को सीबीआई जांच के खिलाफ एक पत्र सौंपा था लेकिन सीएम नीतीश के उसमें हस्ताक्षर नहीं थे. इसपर जब सीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग काम करती है. इन सब चीजों से हमारा कोई मतलब नहीं है. जिसको जो लगता है वे करते हैं. सात पार्टियां एक साथ है सब काम कर रहे हैं. मेरा वहां पहुंच जाना कोई आवश्यक नहीं है.
'डिप्टी सीएम को दो बार समन जारी किया गया है. अब क्या हो रहा है वो ना जाने. ये सब तो पहले भी किया गया है. मेरी समझ से ये कोई खास इश्यू नहीं है.'- नीतीश कुमार, सीएम,बिहार
क्या महागठबंधन में सब ठीक है?: सीएम नीतीश की सधी हुई प्रतिक्रिया और पीएम को विपक्ष द्वारा लिखे लेटर में हस्ताक्षर ना करना कई नए कयासों को जन्म दे रहा है. कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश का महागठबंधन से मोह भंग हो रहा है. हालांकि सीएम नीतीश ने अपने बयान में बीजेपी का नाम लिए बिना निशाना जरूर साधा है.