पटना: पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में निधन हो गया है. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि जेटली जी के निधन से व्यक्तिगत क्षति हुई है. नीतीश कुमार ने शनिवार के अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि अरूण जेटली जी विलक्षण प्रतिभा के धनी थे. उन्होंने भारत सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निवर्हन किया. वे एक उत्कृष्ट न्यायविद भी थे. उन्होंने उच्च राजनीतिक मूल्यों और आदर्शों की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्च शिखर को प्राप्त किया.
'उनके निधन से मैं काफी मर्माहत हूं'
सीएम ने कहा कि जेटली जी ने अपने व्यक्तित्व की बदौलत राजनीतिक सीमाओं के परे सभी विचारधारा के राजनीतिक दलों का आदर एवं सम्मान प्राप्त किया. अरूण जेटली जी से मेरा व्यक्तिगत संबंध था. उनके निधन से मैं काफी मर्माहत हूं.
'जेटली जी का निधन देश के लिये एक अपूरणीय क्षति'
अरूण जेटली जी का निधन देश के लिये एक अपूरणीय क्षति है. जिसे कभी भरा नहीं जा सकता. उनकी कमी हमेशा खलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शान्ति दें. उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें, ईश्वर से यही प्रार्थना है.
9 अगस्त से दिल्ली के एम्स में भर्ती थे जेटली
बता दें कि अरुण जेटली 9 अगस्त से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें एम्स में लाइफ सपोर्ट पर कई दिन तक रखा गया था. कुछ दिन पहले ही अरुण जेटली की तबीयत जानने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि ने एम्स में पहुंच कर उनका हाल जाना था.
2018 में हुआ था किडनी प्रत्यारोपण
गौरतलब है कि मई 2018 में जेटली का अमेरिका में किडनी प्रत्यारोपण हुआ था. इसके बाद जेटली के बाएं पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया था, जिसके इलाज के लिए वह इसी साल अमेरिका भी गए थे. लोकसभा चुनाव में भाग न लेने और मंत्रालय का प्रभार छोड़ने के पीछे उनकी तबीयत ही वजह थी.