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बिहार में कैसे हो 'क्राइम कंट्रोल' ? CM नीतीश ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश - कानून व्यवस्था प्राथमिकता

बिहार में कानून व्यवस्था सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है. आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पिछले 15 दिनों में सीएम नीतीश कुमार ने तीसरी बार उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए. बढ़ते अपराध की वजह से सीएम ने अफसरों को कड़ी फटकार भी लगाई. मीटिंग के बाद सीएम ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.

कानून व्यवस्था
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Published : Dec 12, 2020, 5:59 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 7:50 PM IST

पटना: सुशासन पर उठे सवालों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर से आला अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की. मुख्यमंत्री आवास पर ये हाईलेवल की मीटिंग हुई. बैठक में सभी डीएम, एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे.

सीएम ने की कानून व्यवस्था की समीक्षा

शराब माफियाओं से सख्ती से पेश आएं
बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. हत्या, अपहरण, लूट और डकैती की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है. सीएम नीतीश कुमार ने तीसरी बार कानून व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों से शराब माफियाओं के साथ सख्ती से पेश आने की हिदायद भी दी.

सीएम ने अफसरों को लगाई कड़ी फटकार
सीएम ने अफसरों को लगाई कड़ी फटकार

बैठक में सीएम नीतीश के निर्देश

• क्राइम कंट्रोल के लिए पूरी मजबूती के साथ काम करें.

• विधि व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की पहली जिम्मेवारी है.

• अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था के सख्त होने से राज्य में हो रहे विकास कार्यों का वास्तविक लाभ लोगों को मिलेगा.

• रात्रि गश्ती के साथ-साथ नियमित गश्ती भी अनिवार्य रूप से करें.

• शराबबंदी का सख्ती से पालन करें, धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.

• ओवरलोडिंग और ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं.

• महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष नजर रखें, उनके खिलाफ हो रहे अपराध में संलिप्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें.

• भूमि विवाद के समाधान के लिए सभी संबंधित अधिकारी नियमित रूप से बैठक करें.

• सभी के सहयोग से बिहार को विकसित राज्य बनाएंगे.

कानून व्यवस्था रही है प्राथमिकता
नीतीश सरकार के 1 महीने के कार्यकाल में यह कानून व्यवस्था को लेकर तीसरी बैठक है. नीतीश कुमार ने जब से बिहार की सत्ता संभाली है, कानून व्यवस्था को हमेशा पहली प्राथमिकता दी है. लेकिन बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए को बहुमत मिला और फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है, लेकिन इस बार अपराधी लगातार नीतीश कुमार को चुनौती दे रहे हैं.

तीसरी बार उच्च स्तरीय बैठक

अपराधियों ने मचाया तांडव
मुख्यमंत्री ने सरकार बनने के बाद पहली बैठक कानून व्यवस्था को लेकर की थी. अभी नीतीश सरकार के एक महीने भी पूरे नहीं हुए हैं लेकिन कानून व्यवस्था को लेकर आज तीसरी बैठक है. दरभंगा में सात करोड़ के गहनों की लूट ताजा उदाहरण है कि अपराधियों ने किस तरह जिले में तांडव मचा रखा है.

हर दिन हो रही आपराधिक घटनाएं
दरभंगा में अब तक सात करोड़ के गहनों की लूट करने वाले अपराधी फरार हैं. वहीं, पटना जिले के नौबतपुर से दो गायब व्यवसायियों का भी पता नहीं चल पाया है. इसके अलावा एक के बाद एक अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. पूर्व डीजीपी अभयानंद ने खास बातचीत में कहा है कि बिहार में अपराधियों के मन से डर खत्म हो गया है और जब तक अपराधियों में डर नहीं होगा तब तक अपराध पर नियंत्रण करना मुश्किल है.

पटना: सुशासन पर उठे सवालों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर से आला अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की. मुख्यमंत्री आवास पर ये हाईलेवल की मीटिंग हुई. बैठक में सभी डीएम, एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे.

सीएम ने की कानून व्यवस्था की समीक्षा

शराब माफियाओं से सख्ती से पेश आएं
बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. हत्या, अपहरण, लूट और डकैती की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है. सीएम नीतीश कुमार ने तीसरी बार कानून व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों से शराब माफियाओं के साथ सख्ती से पेश आने की हिदायद भी दी.

सीएम ने अफसरों को लगाई कड़ी फटकार
सीएम ने अफसरों को लगाई कड़ी फटकार

बैठक में सीएम नीतीश के निर्देश

• क्राइम कंट्रोल के लिए पूरी मजबूती के साथ काम करें.

• विधि व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की पहली जिम्मेवारी है.

• अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था के सख्त होने से राज्य में हो रहे विकास कार्यों का वास्तविक लाभ लोगों को मिलेगा.

• रात्रि गश्ती के साथ-साथ नियमित गश्ती भी अनिवार्य रूप से करें.

• शराबबंदी का सख्ती से पालन करें, धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.

• ओवरलोडिंग और ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं.

• महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष नजर रखें, उनके खिलाफ हो रहे अपराध में संलिप्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें.

• भूमि विवाद के समाधान के लिए सभी संबंधित अधिकारी नियमित रूप से बैठक करें.

• सभी के सहयोग से बिहार को विकसित राज्य बनाएंगे.

कानून व्यवस्था रही है प्राथमिकता
नीतीश सरकार के 1 महीने के कार्यकाल में यह कानून व्यवस्था को लेकर तीसरी बैठक है. नीतीश कुमार ने जब से बिहार की सत्ता संभाली है, कानून व्यवस्था को हमेशा पहली प्राथमिकता दी है. लेकिन बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए को बहुमत मिला और फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है, लेकिन इस बार अपराधी लगातार नीतीश कुमार को चुनौती दे रहे हैं.

तीसरी बार उच्च स्तरीय बैठक

अपराधियों ने मचाया तांडव
मुख्यमंत्री ने सरकार बनने के बाद पहली बैठक कानून व्यवस्था को लेकर की थी. अभी नीतीश सरकार के एक महीने भी पूरे नहीं हुए हैं लेकिन कानून व्यवस्था को लेकर आज तीसरी बैठक है. दरभंगा में सात करोड़ के गहनों की लूट ताजा उदाहरण है कि अपराधियों ने किस तरह जिले में तांडव मचा रखा है.

हर दिन हो रही आपराधिक घटनाएं
दरभंगा में अब तक सात करोड़ के गहनों की लूट करने वाले अपराधी फरार हैं. वहीं, पटना जिले के नौबतपुर से दो गायब व्यवसायियों का भी पता नहीं चल पाया है. इसके अलावा एक के बाद एक अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. पूर्व डीजीपी अभयानंद ने खास बातचीत में कहा है कि बिहार में अपराधियों के मन से डर खत्म हो गया है और जब तक अपराधियों में डर नहीं होगा तब तक अपराध पर नियंत्रण करना मुश्किल है.

Last Updated : Dec 15, 2020, 7:50 PM IST
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