पटना: कुछ दशक पहले तक कहा जाता था कि पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब. लेकिन खेलने-कूदने वाले काफी पैसे कमा रहे हैं. साथ ही उन्हें सरकारी नौकरियां मिलना भी आसान है. बिहार के लिए साल 2024 खेल विभाग की उपलब्धियों के नाम रहा है. पदक लाने वाले 71 खिलाड़ियों को नौकरी मिली है.
खेलों में बिहार बल्ले-बल्ले: खेलकूद में अब तक फिसड्डी राज्य बिहार में शामिल बिहार ने साल 2024 में खेल में इतने मेडल लाए हैं कि गिनतियां कम पड़ जाए. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विभिन्न विधाओं के खेल के प्रतियोगिताओं में बिहार के खिलाड़ियों ने ढेर सारे मेडल अपने नाम किए हैं. ओलंपिक में भी इस वर्ष बिहार के खिलाड़ी शामिल रहे हैं और पैरालंपिक में मेडल जीतने में भी कामयाब रहे हैं.
23 गुना बढ़ा बजट का आकार: साल 2024 में बिहार में खेल का अलग से विभाग बना. कला संस्कृति विभाग से अलग होकर साल 2024 में खेल विभाग बना. विभाग के बनते ही खेल विभाग का बजट 23 गुना बढ़ गया. पहले जहां खेल के लिए 30 करोड़ का बजट होता था वही साल 2024 में खेल के लिए 680 करोड़ का बजट हुआ.
इमर्जिंग स्टेट प्रमोटिंग स्पोर्ट्स बना बिहार: बिहार देश में खेल में पदक के पावर हाउस में शामिल हो गया. साल 2024 में बिहार को 'इमर्जिंग स्टेट प्रमोटिंग स्पोर्ट्स' का अवार्ड मिला. FICCI की ओर से बिहार में ब्लॉक लेवल पर भारत कार्यक्रम आयोजित करने और अधिक से अधिक खिलाड़ियों की सहभागिता बढ़ाने के लिए यह अवार्ड बिहार को मिला. बिहार ने तमिलनाडु और हरियाणा को पछाड़ते हुए यह अवार्ड जीता.
71 खिलाड़ियों को मिली नौकरी: साल 2024 में बिहार सरकार ने खिलाड़ियों के लिए मेडल और नौकरी पाओ की योजना शुरू की. पदक लाने वाले 71 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी गई जिसमें दर्जनों खिलाड़ियों को क्लास वन की जॉब मिली. बिहार ने साल 2024 में खिलाड़ियों की प्रतिभा की खोज का देश का सबसे बड़ा कार्यक्रम 'मसाल' आयोजित किया.
21 खिलाड़ी बने सब इंस्पेक्टर: खेल पॉलिसी के तहत 71 लोगों को मेडल लाओ नौकरी पाओ के तहत नौकरी मिली है. इसमें 21 लोग सब इंस्पेक्टर आफ पुलिस बने हैं. स्पोर्ट्स स्कॉलरशिप पॉलिसी भी लागू हो गया है. इसके तहत 140 बच्चों को खेल छात्रवृत्ति योजना के तहत लाभ मिलना शुरू हो गया है.
"साल 2024 में बिहार देश में उभरता हुआ खेल का माहौल वाला राज्य बना. इस वर्ष खेल में उपलब्धियां अनगिनत है. बिहार से दो खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक और पेरिस पैरालंपिक में शामिल हुए. इसके अलावा नेशनल गेम्स में बिहार के खिलाड़ियों ने दर्जनों मेडल जीतकर मेडल टैली में टॉप स्टेट में शामिल हैं."-रविंद्रन संकरण, महानिदेशक,खेल प्राधिकरण
स्विमिंग में तीन गोल्ड: बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन संकरण ने बताया कि रग्बी हो एथलेटिक्स हो या अन्य गेम्स हो सभी में बिहार के खिलाड़ी पदक जीत रहे हैं. एथलेटिक्स में चार बच्चों ने नेशनल रिकॉर्ड को तोड़ा है. स्विमिंग में माही राज ने सीनियर वूमेन कैटेगरी में तीन गोल्ड मेडल हासिल किया और यह इतिहास बना है. स्विमिंग में आज से पहले ऐसा नहीं हुआ था.
खिलाड़ियों ने खूब लाए पदक: 2024 के दिसंबर महीने में बिहार की गोल्डी कुमारी ने थाईलैंड में आयोजित विश्व एबिलिटी भारत युवा खेल 2024 की प्रतियोगिता में डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल और जैवलिन थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत और बिहार का नाम बढ़ाया. शतरंज में भी बिहार के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक हासिल किया.
बिहार को कबड्डी वर्ल्ड कप की मेजबानी: पेरिस ओलंपिक में बिहार से श्रेयसी सिंह ने भागीदारी निभाई वहीं पेरिस पैरालंपिक में बिहार के शरद ने रजत पदक जीता जबकि बिहार के शैलेश थोड़ा सा से चूक गए और चौथे स्थान पर रहे. इतना ही नहीं वर्ष 2025 में कबड्डी के वर्ल्ड कप के लिए बिहार को मेजबानी का भी मौका 2024 में ही मिला.
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