पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र समाप्त होने के बाद अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीताश कुमार 10 अप्रैल से जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) लगाएंगे. लगभग डेढ़ महीने बाद मुख्यमंत्री का फिर से जनता दरबार शुरू होगा. जनता दरबार में उन्हीं लोगों को आने की अनुमति होगी जो कोविड का टीका ले लिया है और जांच में निगेटिव आया हो. जिन लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया होगा. उन्हीं में से चुने गए लोगों को जिला प्रशासन पूरी जांच-पड़ताल के बाद जनता दरबार लाएगा.
कोविड टीका धारी को मिलेगी दरबार में जाने की अनुमति: मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में जनता दरबार लगेगा. संबंधित विभाग के सभी मंत्री और बिहार सरकार के सभी आला अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहेंगे. मंत्रिमंडल सचिवालय के संयुक्त सचिव सुमन कुमार की ओर से सभी जिलाधिकारी को जनता दरबार से संबंधित पत्र लिखा गया है और पत्र में साफ कहा गया है कोविड टीका धारी को ही जनता दरबार में आने की अनुमति होगी.
कैबिनेट की बैठक भी करेंगे: पत्र के माध्यम से जनता दरबार को लेकर संबंधित विभाग को तैयारी करने का भी निर्देश दिया गया है. जिन लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया होगा. उन्हीं में से चुने गए लोगों को जिला प्रशासन पूरी जांच-पड़ताल के बाद जनता दरबार लाएगा. मुख्यमंत्री 10 अप्रैल को जनता दरबार के बाद मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में कैबिनेट की बैठक भी करेंगे.
ऑनस्पॉट लोगों की समस्याओं का होगा समाधान: 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री जनता दरबार में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग श्रम संसाधन विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामलों की सुनवाई करेंगे और ऑनस्पॉट लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए निर्देश देंगे.