पटना: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (National President of LJPR Chirag Paswan) ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना (chirag paswan targets cm nitish) साधा. उन्होंने वर्तमान में जो नगर निकाय का चुनाव रद्द (chirag paswan on Municipal Election Ban) हुआ है उसका जिम्मेदार पूरी तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ठहराते हुए कहा कि नीतीश सिर्फ अति पिछड़ा समाज के ही दुश्मन नहीं हैं बल्कि पूरे बिहारी विरोधी भी हैं.
चिराग पासवान की सीएम नीतीश पर हमला: चिराग पासवान ने कहा कि आज तक कोई ऐसी योजना का नाम बताइए जिसको नीतीश कुमार ने चलाया है और सही से चला है. जब तक नीतीश कुमार गद्दी पर बने रहेंगे तब तक बिहारियों का कोई कल्याण नहीं होने वाला है. नीतीश कुमार अपनी मर्जी से सत्ता को चलाते हैं और कुर्सी पर बैठे हुए हैं. जबकि बिहार की जनता अब उनके सत्ता से पूरी तरह से ऊब चुकी है.
"नीतीश कुमार का कोई भी निर्णय ऐसा नहीं होता है जो कि जनहित में होता है. निश्चित तौर पर जितने निर्णय नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहते हुए लिए हैं या ले रहे हैं वह जनविरोधी निर्णय है. इसीलिए हमारा मानना है कि जब तक नीतीश कुमार कुर्सी पर बैठे हुए हैं बिहार का कल्याण हो ही नहीं सकता है. यह बात हम शुरू से ही कह रहे हैं कि नीतीश कुमार अपनी जिद्द की बदौलत बिहार को बर्बाद करने पर लगे हुए हैं."- चिराग पासवान, जमुई सांसद
शहरबन्नी में रामविलास पासवान की प्रतिमा का होगा अनावरण: चिराग पासवान ने कहा कि 8 अक्टूबर को हमारे पिता की दूसरा पुण्यतिथि है और इस अवसर पर हम अपने गांव शहरबन्नी जा रहे हैं. शहरबन्नी में रामविलास पासवान की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा. उन्होंने रामविलास पासवान की प्रतिमा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तंज कसा और कहा कि रामविलास पासवान इतने बड़े नेता थे. राज्य सरकार से लगातार मांग करते रहे कि उनकी प्रतिमा पटना में कहीं पर लगाया जाए या प्रदेश में कहीं भी लगाया जाए. लेकिन नीतीश कुमार ने इस मांग को अनसुना कर दिया. इसके कारण समर्थकों में निराशा है. सबसे पहले हमने हाजीपुर में रामविलास पासवान जी का प्रतिमा लगायी थी और कल उनके गांव शहरबन्नी में प्रतिमा का अनावरण करेंगे. उसमें हम पूरे परिवार के साथ वहां मौजूद रहेंगे.
पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले आया आदेशः बिहार नगर निकाय चुनाव में आरक्षण की अनदेखी और जारी रोस्टर में गड़बड़ी मामले में पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रथम यानि 10 अक्टूबर और द्वितीय चरण यानि 20 अक्टूबर को होने वाले निकाय चुनाव को स्थगित कर दिया. चुनाव से चंद दिन पहले ही हाईकोर्ट का रोक का निर्देश आया और सारी तैयारी धरी रह गई. चुनाव स्थगित होने से चुनाव तैयारियों में दिन रात लगे प्रत्याशियों में काफी निराशा है. अब आगे क्या होगा, चुनाव प्रक्रिया फिर से कैसे प्रारंभ होगी, इसे लेकर प्रत्याशियों में संशय बना हुआ है.