पटना: बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार को एक बार फिर 6 महीने का एक्सटेंशन मिला है. नए आदेश के अनुसार दीपक कुमार फरवरी 2021 तक बिहार के मुख्य सचिव पद पर रहेंगे. इसके लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है.
बता दें मुख्य सचिव दीपक कुमार का कार्यकाल फरवरी 2020 में ही समाप्त होने वाला था. लेकिन राज्य सरकार ने उनका कार्यकाल 6 महीने बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था, जिसे केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई. केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद उनका कार्यकाल बढ़कर अगस्त 2020 तक हो गया. वहीं बिहार सरकार ने कोरोना संकट को लेकर 6 महीने के सेवा विस्तार का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था.राज्य सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है.
नीतीश कुमार के तेजतर्रार ऑफिसर हैं दीपक कुमार
दीपक कुमार बिहार के पहले आईएएस अधिकारी हैं जो 1 साल मुख्य सचिव के पद पर एक्सटेंशन के साथ रहेंगे. 1984 बैच के आईएएस ऑफिसर दीपक कुमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी और तेजतर्रार ऑफिसर माने जाते हैं. पिछले साल पटना जलजमाव के दौरान भी उन्होंने बेहतरीन काम किया था. वहीं पिछले 3 महीने से करोना से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए वो लगातार काम कर रहे हैं.
संभाल चुके हैं कई महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले महीने ही केंद्र सरकार को इनके एक्सटेंशन के लिए चिट्ठी भेजी थी. जिस पर गुरुवार को मुहर लग गई. इसके साथ ही अब तय हो चुका है कि आगामी विधानसभा चुनाव अगर समय पर होता है तो वह मुख्य सचिव दीपक कुमार के ही नेतृत्व में होगा. दीपक कुमार लंबे समय से बिहार के कई महत्वपूर्ण विभागों का भी कार्यभार संभाल चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने खुद की थी सिफारिश
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद केंद्रीय गृह मंत्री से बात कर दीपक कुमार की सिफारिश की थी. इसके बाद गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री से भी इस पर विचार किया था. जिसके बाद दोबारा 6 महीने का एक्सटेंशन कुमार को मिला है. बता दें कि मुख्य सचिव के पद के लिए बिहार के दो और दिल्ली के एक ऑफिसर का भी नाम काफी चर्चा में रहा. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से दीपक कुमार को बिहार का कमान सौंपना ठीक समझा.
मुख्य सचिव दीपक कुमार का कार्यकाल:
राज्य के आठ जिलों में डीएम रह चुके हैं. इसमें बक्सर, नालंदा, हजारीबाग और मोतिहारी जैसे महत्वपूर्ण जिले हैं.
2005 से 2008 तक स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभाली.
2008 से 2009 तक नगर विकास विभाग की कमान संभाली.
2009 से 2013 के बीच समान प्रशासन विभाग, पर्यटन विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और कैबिनेट विभाग की भी जिम्मेदारी संभाली.
इसके बाद दीपक कुमार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर वर्ष 2013 से 2015 तक रहे. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान वे इसी के डायरेक्टर जनरल बने.
दीपक कुमार ने मांझी सरकार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और हेल्थ विभाग के प्रधान सचिव का पद संभाला. यह कार्यकाल 2014 से 2015 के बीच रहा.
एक बार फिर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन बने. यह समय था 2015 से 2017.
एक बार फिर वह बिहार लौटे और 1 माह के लिए विकास आयुक्त बने.
2018 में मुख्य सचिव के पद को संभाला.