पटना: बिहार में पहली बार पुलिस कर्मियों को सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने नियुक्ति पत्र दिया है. राज्य में 1 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों की संख्या हो गई है. इस बार 10 हजार 459 पुलिसकर्मियों की जॉइनिंग के बाद इनकी संख्या एक लाख से अधिक हो जाएगी. अभी मौजूदा वक्त में महज 9500000 पुलिसकर्मी हैं. इनकी ज्वॉइनिंग के बाद 105000 से अधिक पुलिसकर्मी हो गए हैं. इस अवसर पर सीएम ने नवनियुक्ति पुलिसकर्मियों को बधाई दी. साथ ही कहा कि बिहार में कानून का राज है.
ये भी पढ़ें: बिहार में 20 हजार रिटायर्ड जमादार, दरोगा और इंस्पेक्टर रैंक के पुलिसकर्मियों की होगी संविदा पर बहाली !
CM नीतीश ने 10 हजार पुलिसकर्मियों को बांटा नियुक्ति पत्र: समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश नीतीश कुमार ने सबसे पहले सभी नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को बधाई दी. उन्हौने कहा कि बिहार में कानून का राज स्थापित है. इसे बनाए रखने के लिए काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खाली पदों बहाली के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस समय उन्होंने काम शुरू किया था, उस समय पुलिस बल मात्र 42481 था. आज की नियुक्ति के बाद यब संख्या 1 लाख 8 हजार पहुंच चुकी है, लेकिन अभी भी पुलिसकर्मियों की जरूरत है.
''देशभर में एक लाख जनसंख्या पर 115 पुलिस बल था. इसे एक लाख 52 हजार पुलिस बल करने पर जोर दिया था. अब तक एक लाख 8 हजार हुआ है. लेकिन अभी भी 44 हजार बहाली करने की जरूरत है. 10 हजार से कम बहाली होता तो हम कार्यक्रम में नहीं आते. इसलिए बहाली की काम में तेजी से लाइये.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या सबसे ज्यादा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा नियुक्ति पत्र पाने वालों में 8246 सिपाही और 2213 अवर निरीक्षक शामिल हैं. वहीं इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने करीबन 20 पुलिस कर्मियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र (distribution of appointment letters to policemen)दिया. इस मौके पर अपर मुख्य सचिव चेतन्य प्रसाद ने बताया कि बिहार पहला ऐसा राज्य बना है जंहा महिला पुलिसकर्मी सबसे ज्यादा है.
राज्य में 1 लाख के पार पहुंची पुलिसकर्मियों की संख्या: बात दें कि इस वर्ष अंतिम जुलाई में चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई थी. नवनियुक्त पुलिस कर्मियों का चरित्र सत्यापन और मेडिकल जांच पूरा कर लिया गया है. करीब 10459 पुलिसकर्मी मिलने के बाद राज्य में पुलिसकर्मियों की संख्या 100000 के पार हो गई है. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और बिहार पुलिस के मुखिया संजीव कुमार सिंघल (Bihar Police Chief Sanjeev Kumar Singhal) के अलावा अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे.
कर्पूरी ठाकुर की राह पर नीतीश : इससे पहले पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में खुले मनसे कर्पूरी ठाकुर ने मुख्यमंत्री रहते हुए नियुक्ति पत्र वितरण किया था. अब सीएम नीतीश कुमार इस इतिहास को एक बार फिर से दोहराया है. इस मौके पर पुलिस कर्मियों को बिहार पुलिस के मुखिया डीजीपी संजीव कुमार सिंघल के द्वारा शपथ दिलवाया गया. वहीं बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी पुलिसकर्मियों को शपथ दिलवाया है कि अपने ड्यूटी के दौरान वह कभी भी शराब का सेवन नहीं करेंगे और ना ही किसी को करने देंगे यह उनका कर्तव्य बनता है.
पुलिसकर्मियों को कर्तव्य का पालन करने की मिली सीख: अपर मुख्य सचिव चेतन्य प्रसाद ने कहा कि बिहार के बोधगया गोपालगंज बेतिया और बगहा में नए पुलिस भवन का निर्माण किया जा रहा है. आप अपने जीवन का नया अध्याय शुरू कर रहे है. पुलिस को सदैव चौकस रहना पड़ता है. इसलिए बारह माह के जगह तेरह माह का वेतन मिलता है. पटना समेत दूसरे सभी जिलों में 112 को हाल ही में मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू किया गया है. आप अपने कर्तव्य का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करेंगे यही कामना मैं करता हूं. मुख्य सचिव ने कहा कि अपने कर्तव्य की कसौटी पर खड़े उतरें, किसी भी लालच से प्रभावित नहीं हों. आप लोगों को समय समय पर बालू वाले और शराब वाले माफिया प्रलोभन देने की कोशिश करेंगे. आप लोग आज लिए गए शपथ को याद रखिएगा. कुछ लोग बालू खाने लगे हैं, बालू पैरो के नीचे रखने की चीज है उसके इस्तेमाल से भवन का निर्माण होता है.
"बिहार के बोधगया गोपालगंज बेतिया और बगहा में नए पुलिस भवन का निर्माण किया जा रहा है. आप अपने जीवन का नया अध्याय शुरू कर रहे है. पुलिस को सदैव चौकस रहना पड़ता है. इसलिए बारह माह के जगह तेरह माह का वेतन मिलता है. पटना समेत दूसरे सभी जिलों में 112 को हाल ही में मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू किया गया है. आप अपने कर्तव्य का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करेंगे यही कामना मैं करता हूं."- चेतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव
35 प्रतिशत महिलाओं को नियुक्ति पत्र: विजय कुमार चौधरी ने कहा कि हम लोग इसी गांधी मैदान में बैठते थे. मुख्यमंत्री ने इसी गांधी मैदान में घोषणा की थे की लाखों बेरोजगार को नौकरी और रोजगार देंगे. नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को देंगे दोनों ही काम किया जा रहा है. DGP और मुख्य सचिव ने जो शपथ आज आपको दिलाई है उसको याद रखियेगा. वहीं वित्त मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि कानून 99.5 फीसदी के लिय बनता है 0.5 फीसदी अपवाद लोग होते है जो कानून को तोड़ने में विश्वास रखते है. बक-बक करने से कुछ नहीं होता. एक समारोह में 35 प्रतिशत महिलाओं को नियुक्ति पत्र देने का अबतक का इतिहास नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम इतिहास में लिया जाएगा. विपक्ष में बैठे लोगों को बक-बक करने की आदत हो गई है. हर युग में रावण और कंस हुए है तो राम भी हुए हैं.
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को दिया नियुक्ति का श्रेय: तेजस्वी का संबोधन शुरू होती ही नवनियुक्त पुलिस कर्मियों ने जोरदार ताली बजाकर अभिनंदन किया. लोग बयान देते है कि ये नियुक्ति NDA वक्त की है. लोगों को जानना चाहिए की मंत्री आते जाते है मुख्यमंत्री सरकार का मुखिया होते है उनके कार्यकाल में हुआ काम का श्रेय उनको ही जाता है. उन्होंने कहा कि पहले नियुक्ति पत्र में घपला हुआ करता था. अब सभी को एक साथ नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ट्रिपल C पर काम कर रहे हैं क्राइम करप्शन से कोई समझौत नहीं होगा. कोई भी वेक्ति हो कोई भी दंगाई हो छोड़िए नहीं चाहे वह किसी भी पार्टी का क्यों नही है. तेजस्वी ने कहा कि पटना के सड़को पर ड्यूटी कर रही महिला सिपाही के लिए बाथरूम की जल्द वेवस्था करने का निर्देश भी दिया गया है. एक बार मै डाक बंगला चौराहे से जा रहा था तब एक महिला पुलिसकर्मी आकर बोली थी कि बारह घंटे ड्यूटी करती हूं लेकिन बाथरूम की कोई जगह नहीं है. हम यहां मौजूद आला पुलिस अधिकारियों से अनुरोध करते है की इसकी व्यवस्था करवाइए किसी को कष्ट नहीं होना चाहिए. मुख्यमंत्री जी को दिल से बधाई देते है कि ये सिर्फ बयान देने वाले नहीं काम करने वाले मुख्यमंत्री है. आज इन्होंने यह साबित किया है. यह सिलसिला लगातार चलता रहेगा. सबसे अधिक सरकारी नौकरियों की संभावना होती है तो पुलिस स्वास्थ्य और शिक्षा में होती है. जो लोग पुलिस में या सेना में अपना योगदान देना चाहते है वो देश की सेवा और देश की रक्षा करने की होती है. आप लोगो का जो सेवा होने वाला है बिहार की सुरक्षा को लेकर होने वाली है. पहले नियुक्ति पत्र मिलने में भी घपला होता था आज आप सभी को एक साथ मिलेगा. बहुत लोगों को यह बात नहीं पच रही होगी अपराधिक विचारधारा के लोग परेशान हो रहे होंगे. मुख्यमंत्री जी साफ कहते है ट्रिपल C से कभी समझौता नहीं करेंगे 33 प्रतिशत होगा।लोग तो कहते है की जंगल राज आ गया आज कल समाज में जहर बोने का काम किया जा रहा है. इसका जवाब आप लोगो को देना है किसी भी धर्म मजहब पार्टी जाति का हो उसके विरोध कारवाई आप लोग करिएगा आप लोग अपनी जिम्मेवारी को बखूबी निभाने का काम करिएगा.
मुख्यमंत्री ने बढ़ाया हौसला: नीतीश कुमार ने कहा कि पहले हमने पार्टी लाख आबादी पर 115 पुलिसकर्मियों की बहाली का टारगेट रखा था, लेकिन अब प्रति लाख आबादी पर 160 से 170 पुलिसकर्मि होनी चाहिए. जिसको लेकर और पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. हमने पुलिस कर्मियों को दो भागों में बांट दिया है. एक क्राइम रोकेगा तो दूसरा इन्वेस्टिगेशन करेगा. तभी ज्यादा केश सॉल्व होंगे. बिहार में कानून का राज स्थापित है इसे बनाए रखना सरकार का सर्वोच्च प्राथमिकता है हमने सैप का गठन किया आर्मी के सेवा निवृत जवानों को बहाल किया. 2010 में एक लाख की आबादी पर बिहार में बहुत कम पुलिसकर्मी थे. हमने उसे बढ़ाने को लेकर लगातार निर्देश जारी किया मीटिंग की और अब जाकर बिहार में एक लाख की आबादी पर 115 पुलिसकर्मी हुए है जबकि एक लाख की आबादी पर 154 होना है. पुरुष लोग नाराज मत होइए कभी महिलाओं के खिलाफ नहीं होइए. जन्म किसने दिया है महिलाओं ने ही ना उसका सम्मान कीजिए ईर्षा मत कीजिए. अपने राष्ट्रपिता को कभी भूलिएगा मत. पुलिस को दो हिस्सा में बांटने को लेकर 2007 से लगातार निर्देश जारी करते रहे अब जाकर किया गया है. ये लोग एक हिस्सा अनुसंधान करेगा और एक लॉ एंड ऑडर संभालेगे. इसके लिए बार बार कह रहे है की पुलिस बल में संख्या बढ़ाइए. अनुसूचित जाति जनजाति से जुड़े मामलों को जांच 60 दिन में पूरी करके कारवाई कीजिए अंतिम कारवाई के लिए कोर्ट में अपनी रिपोर्ट भेजिए.
पढ़ें-बिहार में 10459 पुलिसकर्मियों को मिलेगा नियुक्ति पत्र, CM नीतीश 16 नवंबर को सौपेंगे लेटर