पटनाः राजधानी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अन्ने मार्ग स्थित नेक संवाद में सभी राजनीतिक पार्टियों के विधायक दल के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सर्वदलीय बैठक की. इस बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में भाग लेने के लिए सभी नेताओं को मैं धन्यवाद देता हूं.
मुख्यमंत्री ने की बैठक
कोरोना संक्रमण से पूरा विश्व ग्रसित है. सबसे विकसित देश अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है. इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा इस बैठक के आयोजन का उद्देश्य सभी राजनीतिक पार्टियों के विधायक दल के नेताओं से इंटरेक्शन करना है, ताकि उनसे भी फीडबैक और सुझाव लिया जा सके. प्राप्त सुझावों और उनके अनुभव के आधार पर आगे की रणनीति बनाने में मदद मिल सके.
राजद , कांग्रेस, हम, लोजपा, माले के नेता भी हुए शामिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 मार्च को विधानमंडल की बैठक में कोरोना संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए अनिश्चितकाल के लिए बैठक स्थगित कर दी गई थी. उसके बाद 22 मार्च को पूरे राज्य में प्रखंड मुख्यालय और नगर निकाय स्तर तक लॉक डाउन का निर्णय लिया गया. बाद में केंद्र सरकार की ओर से पूरे देश में लॉक डाउन किया गया जो 17 मई तक बढ़ा दिया गया है.
छात्र-छात्राओं के आवागमन की छूट
नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने हम लोगों के आग्रह पर 3 मई को संशोधित गाइडलाइन जारी की है, जिसके आधार पर राज्य के बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों एवं छात्र-छात्राओं के आवागमन की छूट दी गई है. इसके पश्चात उन्हें विशेष ट्रेन के माध्यम से लाया जा रहा है. बिहार में ट्रेन से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग कराकर उन्हें संबंधित जिले के मुख्यालय भेजा जा रहा है. जहां से उन्हें प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रखा जाएगा. वहीं, भोजन, आवासन और चिकित्सीय सुविधा की व्यवस्था है.
पल्स पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर की जा रही सर्वे
वहीं, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 में प्रोविजन किया गया है कि राज्य सरकार अपनी स्थितियों के अनुसार और कठोर कदम अपने राज्य में उठा सकती है. पल्स पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर सर्वे कराई जा रही है, ताकि पहचान की जा सके. अब तक 7 करोड़ से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है. पूरे राज्य में 32 जिलों के 76 प्रखंडों से प्रभावित हैं जिसमें 529 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. अब तक 136 कोरोना मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर भी जा चुके है.
अफवाहों पर न दें ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से बैठक में एक प्रस्तुतीकरण दिया गया है, ताकि आप लोगों को सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी मिल सके. बिहार में बाहर से आने वाले लोगों के कारण संक्रमण फैला. बाहर से आने वाले लोगों के संक्रमण चेन तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों की ओर से अफवाह फैलाई जाती है. इस पर प्रशासन और पुलिस कार्रवाई कर रही है. हर हालत में बिहार में आपस में भाईचारा और आपसी सौहार्द कायम रखा जाएगा. आप सब भी लोगों को इसके लिए प्रेरित करें और अपने स्तर से कोशिश करें कि ऐसे असामाजिक तत्वों के प्रभाव में लोग नहीं आए.
सीएम ने कहा विपक्ष के फीडबैक पर बनेगी रणनीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विधायक दल के नेताओं ने जो फीडबैक दिया है. उसे अधिकारियों ने नोट कर लिया है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. हम नियमों का पालन करते हैं और हमारी हर स्थिति पर नजर है. इस बैठक में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जदयू मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव , भाजपा के प्रेम कुमार, हम पार्टी के जीतन राम मांझी, राजद अब्दुल बारी सिद्धकी, कांग्रेस के सदानंद सिंह, भाकपा माले के महबूब आलम और लोजपा के राजू तिवारी ने भी सुझाव दिए. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे. मुख्य सचिव डीजीपी मुख्यमंत्री सचिवालय अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे.