पटना: आज 17 अप्रैल, शनिवार को चैती छठ का दूसरा दिन यानी कि खरना है. खरना के साथ महिलाओं का निर्जला व्रत शुरू हो गया है. कोरोना संक्रमण के बीच विधि-विधान से महिलाओं ने खरना के साथ निर्जला व्रत रखकर पर्व की शुरुआत की.
वैश्विक महामारी कोरोना को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं ने अपने-अपने धरों में खरना पूजा किया. आज के दिन छठव्रती के द्वारा अरवा चावल, दाल, मीठा, रोटी आदि का प्रसाद बनाया. छठव्रती पहले प्रसाद ग्रहण की. उसके बाद परिवार के सदस्यों को प्रसाद दिया गया. इसके बाद से ही छठव्रतियों का 36 धंटे का कठिन उपवास प्रारंभ हो गया. बिहार के कई जिलों में श्रद्धालु ने अपने घर में ही खरना पूजा की.
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18 अप्रैल 2021 दिन रविवार को शाम में व्रती सूर्य देवता को अर्घ्य देंगी. फिर 19 अप्रैल सप्तमी तिथि को उगते सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा. इस व्रत को करने के नियम इतने कठिन होते हैं कि इसी वजह से इसे महापर्व और महाव्रत के नाम से जाना जाता है.
छठ पर्व की तिथि
- खरना तिथि: 17 अप्रैल 2021, शनिवार
- शाम के अर्घ्य की तिथि: 18 अप्रैल 2021,
- सुबह के अर्घ्य की तिथि: 19 अप्रैल 2021,
बता दें कि चैती छठ पर बीते साल की तरह इस बार भी कोरोना का काला साया है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने छठ घाटों पर व्रतियों के जाने पर पाबंदी लगा दी है. सभी श्रद्धालुओं से अपने-अपने घरों में ही छठ पर्व मनाने की अपील की गई है.