पटना: 2020-21 में स्वच्छता सर्वेक्षण के मामले में फिसड्डी पटना नगर निगम ने इस बार रैंकिंग सुधारने को लेकर कई तरह की तैयारी की है. शहर की सफाई व्यवस्था से लेकर डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन भी किया जा रहा है. साथ ही पब्लिक टॉयलेट की सेवा बेहतर हो इस पर खासकर ध्यान दिया गया है. कोरोना महामारी के कारण केंद्रीय सर्वे टीम करीब 2 महीने देर से आई है. ऐसे में नगर निगम को अपनी तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिला है.
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नगर निगम की कसौटी
सर्वे टीम अलग-अलग मानकों पर निगम द्वारा किए गए कार्यों और साफ सफाई के अलावा नगर निगम द्वारा दी जा रही सेवाओं की जांच करेगी. निगम प्रशासन को उम्मीद है कि केंद्रीय सर्वे टीम मार्च महीने के फर्स्ट वीक में आएगी और इस आधार पर निगम प्रशासन के तरफ से तैयारियों की रूपरेखा बनाई गई थी. लेकिन केंद्रीय सर्वे टीम फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में ही पटना पहुंच गई है. जिसकी वजह से निगम कर्मियों की व्यस्तता बढ़ती हुई नजर आ रही हैं.
स्वच्छता सर्वे का काम शुरू
निगम प्रशासन के सूत्रों की माने तो गुरुवार से केंद्रीय टीम ने स्वच्छता सर्वे का काम शुरू कर दिया है. सर्वे टीम में तीन से चार लोग हैं. अभी तक नगर निगम की ओर से जो दावा किया गया है. उस पर टीम पटना के लोगों से सात सवाल करेगी. जिसको लेकर कर्मियों की ऑनलाइन ट्रेनिंग स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कराई गई है. दिसंबर माह से प्रारंभ हुई ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत तीन चरणों में कुल 250 कर्मियों की ट्रेनिंग कराई गई.
भारत सरकार का ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सभी निकायों के कर्मी और पदाधिकारियों की कार्य क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार किया गया है. स्वच्छ भारत ई-लर्निंग पोर्टल के माध्यम से कर्मी प्लास्टिक प्रतिबंध, सेप्टिक टैंक में सोक पीट के महत्व, कंपोस्टिंग समेत विभिन्न कोर्स कराए गए हैं.
सभी विषयों को लेकर कर्मचारियों के लिए पोर्टल पर अपनी मेल आईडी से लॉगिन कराना अनिवार्य था. सफाई कर्मियों ने अपने फोन पर अपनी ईमेल आईडी के माध्यम से कोर्स पूर्ण किए हैं. पहले चरण में 100, दूसरे चरण में 55, तीसरे चरण में 95 कर्मियों को ई-लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से लाभ भी दिया गया है.
'पटना की ब्यूटी, हम सब की ड्यूटी'
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर पटना नगर निगम द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया है. ताकि शहरवासी जागरूक हो और निगम प्रशासन की मदद करें. 'पटना की ब्यूटी, हम सब की ड्यूटी' के तहत पटना के विभिन्न इलाकों में नुक्कड़ नाटक किया गया. नाटक के माध्यम से स्वच्छता अभियान में आमजन से सहयोग की अपील की गई.
शहरवासियों को भी किया जागरूक
'हमारा शहर मांगे हमारा साथ' के उद्देश्य से निगम प्रशासन द्वारा अपने क्षेत्रों में सभी सार्वजनिक और व्यवसायिक स्थलों पर बैनर पोस्टर लगाए गए हैं. साथ ही निगम क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा रैली भी निकाली गई थी. इसके अलावा निगम प्रशासन अपने सभी सफाई कर्मियों के साथ साइकिल मार्च निकालकर शहरवासियों को भी जागरूक किया हैं.
घर-घर चला जागरूकता अभियान
पिछले साल सर्वेक्षण में फिसड्डी नगर निगम इस बार स्वच्छता को लेकर आम जनों को जागरूक करने में लगा हुआ है. आमजन के जागरूकता के लिए निगम प्रशासन ने घर-घर जाकर जागरूकता अभियान भी चलाया. निगम कर्मियों द्वारा आमजन स्वच्छता ऐप के माध्यम से सफाई संबंधित शिकायत दर्ज कराने और स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत सिटीजन फीडबैक देने के लिए भी लोगों को जागरुक किया.
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घरों पर लगे विशेष पंपलेट
नगर निगम की टीम आमजन की सहूलियत के लिए विभिन्न आवासों पर विशेष पंपलेट लगाया. जिन पर अंकित क्यूआर कोड को स्कैन कर कोई भी स्वच्छता एप डाउनलोड कर सकता है. अपना फीडबैक दे सकता है. जलाशयों, नाला, नदी और तालाबों की गंदगी मुक्त रखने को लेकर निगम प्रशासन ने पोस्टर बैनर के माध्यम से शहरवासियों से भी अपील की.
इन इलाकों में टीम कर रही सर्वे
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए केंद्रीय टीम ने पटना पहुंचते ही फीडबैक लेने के लिए क्षेत्रों का दौरा करना शुरू कर दिया है. निगम सूत्रों की माने तो पटना नगर निगम में 6 अंचल कार्यालय आते हैं. इनमें से तीन अंचल कार्यालय के अंतर्गत केंद्रीय सर्वे टीम लोगों से फीडबैक लेने में लगी हुई है. पटना सिटी अंचल कार्यालय, अजीमाबाद अंचल कार्यालय के अलावा नूतन राजधानी अंचल कार्यालय के अंतर्गत विभिन्न इलाकों में घुमकर सर्वे टीम लोगों से फीडबैक लेने में लगी हुई है.
केंद्रीय सर्वे टीम 20 मार्च तक पटना रहेगी. इस दौरान सभी अंचलों में सर्वे टीम लोगों से शहर के बारे में जानकारी लेगी. इसके बाद सर्वे टीम सर्वे रिपोर्ट भारत सरकार को सुपुर्द कर देगी. उसके बाद तय होगा कि पटना स्वच्छता सर्वेक्षण में कितने पायदान पर है.
रैंकिंग सुधारने की निगम की कवायद
बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में निगम प्रशासन द्वारा हर साल तैयारी की जाती है. लेकिन स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में हर बार पटना फिसड्डी हो जाता है. पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में पटना को 47वां स्थान मिला था. जिसके बाद निगम प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी. इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में पटना बेहतर कर सके, इसके लिए नगर निगम के तरफ से तैयारी होने का दावा किया जा रहा है. अब देखने वाली बात होगी कि निगम प्रशासन के इस तैयारी पर सर्वे टीम कितना अंक देती है.