पटनाः बिहार में जातिगत जनगणना का डाटा (caste census data) जारी कर दिया गया है. महागठबंधन के नेता इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं. इस बहाने नेता अपनी पीठ थपथपाने में लगे हैं. बिहार के कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे देश में जातीय जनगणना कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इसे पूरे देश में होना चाहिए.
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जातीय गणना पूरे देश में होना चाहिएः कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत कुमार ने कहा जातीय गणना पूरे देश में होना चाहिए. इससे पता चलता है कि किस जाति की स्थिति क्या है. उन्होंने कहा कि हमारी मंशा यह नहीं है कि जातीय गणना कराकर इस पर राजनीति की जाए. मंत्री ने कहा कि जातीय गणना के आधार पर ही सरकार लोक कल्याणकारी योजना को लागू करेगी.
"न हम और न कभी हमारी पार्टी ने कहा है कि जातिगत जनगणना से किसी जाति को साधा जाएगा. हम आर्थिक स्थिति देखकर काम करेंगे. इसके लिए नई योजना लाएंगे और काम करेंगे. जरूरत पड़ने पर नौकरी और पंचायतों में आरक्षण बढ़ाया जाएगा. जो काम महागठबंधन में होता है उसे 15 साल बाद भाजपा लागू करती है. प्रधानमंत्री से आग्रह है कि पूरे देश में जातीय जनगणना होना चाहिए." -कुमार सर्वजीत, कृषि मंत्री, बिहार
गिरिराज सिंह के बयान पर तंजः इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर भी तंज कसा. कहा कि जो लोग दिल्ली में रहते हैं. कभी गांव नहीं घूमते हैं, उन्हें क्या पता कि दलितों के लिए कितनी व्यवस्था की गई है. हर एक जिले में दलित छात्रों के लिए छात्रावास बनाए गए हैं. हमारी सरकार लगातार काम कर रही है. जातिगत जनगणना के आधार पर बिहार में काम किया जाएगा. जरूरत पड़ेगी तो हम आरक्षण के प्रतिशत को भी बढ़ाएंगे.