पटना: नोएडा के सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मौत मामले में अब पटना के पत्रकार नगर थाने में भी प्राथमिकी दर्ज हो गयी है. मृतक रौशन राज की पत्नी रूची रौशन ने देर शाम प्राथमिकी दर्ज करायी है.
प्राथमिकी में रूची ने भागलपुर से लेकर पटना तक उनके पति और खुद उनके साथ क्या-क्या हुआ ये सारी बातें तारीख के साथ दर्ज करवायी है. मालूम हो कि इससे पहले भागलपुर में भी ग्लोकल अस्पताल पर केस दर्ज हो चुका है और अस्पताल प्रबंधन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी स्टाफ को हटा दिया था.
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रूची ने पुलिस को बताया कि राजेश्वरी अस्पताल में ऑक्सीजन की कालाबाजारी होती है. दिन में दो घंटे के लिए ऑक्सीजन बंद कर दिया जाता है. ताकि लोग अस्पताल में पैसा देकर ऑक्सीजन खरीदे. उन्होंने बताया कि वे भी अस्पताल से ही ऑक्सीजन खरीदी हैं. वहीं दो आइसीयू इंचार्ज दिन में धर्मेन्द्र और रात में ड्यूटी पर रहने वाले अखिलेश को नामजद की है. लेकिन धर्मेंद्र को कर्तव्य के साथ काम करने वाला और अखिलेश पर बदसलूकी करने का गंभीर आरोप लगाया है.
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पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि अगर महिला के साथ गलत हुआ है तो प्राथमिकी जरूर दर्ज होगी. पीड़िता को इंसाफ दिलाना हमारा परम कर्तव्य है.
'अस्पताल में मरीज के परिजन से छेड़खानी'
दरअसल, बीते दिनों एक कोरोना मरीज की मौत के बाद मृतक की पत्नी ने पटना में मीडिया के सामने एक बड़ा खुलासा किया था. महिला ने दावा किया था कि ग्लोकल अस्पताल में उसके पति की मौत इलाज में लापरवाही की वजह से हुई है और साथ ही महिला ने रोते हुए यह भी कहा कि उसके बीमार पति के सामने उसके साथ अस्पताल में छेड़खानी हुई थी.