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'लॉकडाउन के कारण व्यापारियों को हुआ है भारी नुकसान, आर्थिक पैकेज दे केंद्र सरकार' - लॉकडाउन के कारण आर्थिक संकट

देशव्यापी लॉकडाउन के कारण व्यापारी वर्ग बेहद परेशान हैं. उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ा है. इसके बाद वे केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो)
निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो)
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Published : Apr 29, 2020, 11:16 AM IST

Updated : Apr 29, 2020, 11:39 AM IST

पटना: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है. ऐसे में कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्र सरकार से राहत पैकेज की मांग उठाई है. कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से देशभर के व्यापारिक समूह को मजबूती देने की गुहार लगाई है.

कैट ने कहा है कि अब देश के व्यापारी और अधिक इंतजार नहीं कर सकते हैं. अब वह समय आ गया है जब सरकार को व्यापारियों के लिए एक आर्थिक पैकेज की घोषणा तुरंत करनी चाहिए. देश भर में व्यापारी वर्ग ही ऐसा है जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

patna
कैट

अन्य क्षेत्रों में ध्यान दे रही है सरकार
अपनी मांगों की पूर्त्ति के लिए कैट ने अन्य क्षेत्रों का हवाला भी दिया है. व्यापारियों ने कहा कि सरकार ने अन्य वर्गों के लिए कई पैकेजों की घोषणा की है. लेकिन व्यापारिक समुदाय जिसे अक्सर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है, उसकी हालत पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है.

'नहीं मिला पैकेज तो खत्म हो जाएंगे घरेलू उद्योग'
कैट की ओर से ये भी कहा गया है कि अगर व्यापारियों को पर्याप्त पैकेज नहीं दिया जाता है तो देश में घरेलू व्यापार काफी हद तक ध्वस्त हो सकते हैं. देश में कृषि के बाद खुदरा व्यापार सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है. ऐसे में इस क्षेत्र को राहत प्रदान करना बहुत आवश्यक है. व्यापारियों की सभी आशाएं और आंखें अब उत्सुकता से वित्त मंत्री पर टिकी हैं.

'किसानों जैसी हो गई है व्यापारियों की हालत'
कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा की मानें तो जब देश में अकाल पड़ता है तब हमेशा सरकार ने किसानों को पैकेज दिया है. अब जब कोरोना देश भर के व्यापारियों के लिए एक अकाल बन गया है तो सरकार को व्यापारियों के लिए एक आर्थिक पैकेज तुरंत देना चाहिए.

patna
लॉकडाउन के कारण व्यापारी परेशान

कैट चैयरमैन का वित्त मंत्री को आग्रह
कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी और महासचिव डा. रमेश गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आग्रह करते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के इस विकट समय में देश भर के लगभग 45 लाख व्यापारियों ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावी ढंग से बनाए रखा है. उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पूरे देश में किसी भी सामग्री की कोई कमी कहीं नहीं हुई. व्यापारियों ने अपने जीवन को जोखिम में डाला और भारत के नागरिकों की सेवा की है. अब अगर व्यापारियों को कोई पैकेज नहीं दिया जाता है तो भारत में खुदरा व्यापार अपने सबसे बुरे दिन देखेगा.

व्यापारियों को है सरकार से आस
बता दें कि व्यापारियों को उम्मीद थी कि सरकार की ओर से बीते 14 अप्रैल के आसपास व्यापारियों को एक पैकेज दिया जाएगा. लेकिन, लगभग 14 और दिन बीत चुके हैं और अब तक पैकेज के बारे में कोई शब्द नहीं है जो व्यापारियों को चिंतित कर रहा है. व्यापारी अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं.

पटना: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है. ऐसे में कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्र सरकार से राहत पैकेज की मांग उठाई है. कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से देशभर के व्यापारिक समूह को मजबूती देने की गुहार लगाई है.

कैट ने कहा है कि अब देश के व्यापारी और अधिक इंतजार नहीं कर सकते हैं. अब वह समय आ गया है जब सरकार को व्यापारियों के लिए एक आर्थिक पैकेज की घोषणा तुरंत करनी चाहिए. देश भर में व्यापारी वर्ग ही ऐसा है जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

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कैट

अन्य क्षेत्रों में ध्यान दे रही है सरकार
अपनी मांगों की पूर्त्ति के लिए कैट ने अन्य क्षेत्रों का हवाला भी दिया है. व्यापारियों ने कहा कि सरकार ने अन्य वर्गों के लिए कई पैकेजों की घोषणा की है. लेकिन व्यापारिक समुदाय जिसे अक्सर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है, उसकी हालत पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है.

'नहीं मिला पैकेज तो खत्म हो जाएंगे घरेलू उद्योग'
कैट की ओर से ये भी कहा गया है कि अगर व्यापारियों को पर्याप्त पैकेज नहीं दिया जाता है तो देश में घरेलू व्यापार काफी हद तक ध्वस्त हो सकते हैं. देश में कृषि के बाद खुदरा व्यापार सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है. ऐसे में इस क्षेत्र को राहत प्रदान करना बहुत आवश्यक है. व्यापारियों की सभी आशाएं और आंखें अब उत्सुकता से वित्त मंत्री पर टिकी हैं.

'किसानों जैसी हो गई है व्यापारियों की हालत'
कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा की मानें तो जब देश में अकाल पड़ता है तब हमेशा सरकार ने किसानों को पैकेज दिया है. अब जब कोरोना देश भर के व्यापारियों के लिए एक अकाल बन गया है तो सरकार को व्यापारियों के लिए एक आर्थिक पैकेज तुरंत देना चाहिए.

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लॉकडाउन के कारण व्यापारी परेशान

कैट चैयरमैन का वित्त मंत्री को आग्रह
कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी और महासचिव डा. रमेश गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आग्रह करते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के इस विकट समय में देश भर के लगभग 45 लाख व्यापारियों ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावी ढंग से बनाए रखा है. उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पूरे देश में किसी भी सामग्री की कोई कमी कहीं नहीं हुई. व्यापारियों ने अपने जीवन को जोखिम में डाला और भारत के नागरिकों की सेवा की है. अब अगर व्यापारियों को कोई पैकेज नहीं दिया जाता है तो भारत में खुदरा व्यापार अपने सबसे बुरे दिन देखेगा.

व्यापारियों को है सरकार से आस
बता दें कि व्यापारियों को उम्मीद थी कि सरकार की ओर से बीते 14 अप्रैल के आसपास व्यापारियों को एक पैकेज दिया जाएगा. लेकिन, लगभग 14 और दिन बीत चुके हैं और अब तक पैकेज के बारे में कोई शब्द नहीं है जो व्यापारियों को चिंतित कर रहा है. व्यापारी अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं.

Last Updated : Apr 29, 2020, 11:39 AM IST
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