पटनाः बिहार की राजधानी पटना के मीठापुर बस स्टैंड (Mithapur Bus Stand) को हाल ही में रामाचक बैरिया स्थित पाटलिपुत्र बस स्टैंड (Patliputra Bus Stand) में शिफ्ट किया गया है. पटना से खुलने वाली ज्यादातर बसें जो मीठापुर बस स्टैंड से ही चलती थीं, अब भी वहीं से खुलती हैं. नया बस स्टैंड तो बन गया, लेकिन वहां सुविधाओं की कमी से बस कर्मी काफी नाराज हैं. यही कारण है कि आज सुबह से ही मीठापुर बस स्टैंड में बस चालकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है.
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'बस स्टैंड में जो सुविधाएं मिलनी चाहिए थीं, वह हमें वहां नहीं मिल रही हैं. हमने कई बार मैनेजमेंट से बात भी की. उन्हें समस्याओं से अवगत भी कराया लेकिन समाधान नहीं हो रहा है. इस कारण हमारे बस कर्मियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अपनी मांगों को लेकर आज मीठापुर बस स्टैंड में कर्मियों ने प्रदर्शन किया. अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है.' -दीपक कुमार, बस मालिक
हड़ताल के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. बसें नहीं चलने के कारण यात्री इधर-उधर भटक रहे हैं. बस मालिकों ने बताया कि वहां पर बस लगाने के लिए भी उचित जगह उपलब्ध नहीं है. यहां पर तीन द्वार हैं. फिर भी काफी जाम रहता है. नए बस स्टैंड में किसी प्रकार का कोई मैनेजमेंट नहीं है. ऐसे में बस परिचालन काफी मुश्किल हो रहा है. हमारी कोई बड़ी मांगें नहीं हैं. हम बस यही चाहते हैं कि सभी चीजें सिस्टम से हों. बसों का परिचालन सिस्टम से हो.
करीब 5000 से अधिक गाड़ियां यहां से खुलती हैं, लेकिन जब तक हमें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलेंगी, हमें बसों का परिचालन करने में काफी समस्या होगी. इसलिए हम सरकार से मूलभूत सुविधाएं मांग कर रहे हैं. सरकार उस पर ध्यान दे और जल्द से जल्द दुरुस्त करे.
'बस हड़ताल के कारण दूरदराज से आए यात्रियों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. मैं सिवान जा रहा हूं और यहां पहुंचा तो बस हड़ताल है. अब मैं कैसे जाऊं. यह समझ नहीं आ रहा है.' -दीपक कुमार, यात्री
बस मालिकों के अनुसार पटना मीठापुर बस स्टैंड में बाहर निकलने और अंदर आने के लिए तीन मुख्य द्वार हैं. फिर भी जाम की स्थिति बनी रहती है. नए बस स्टैंड में बस एक ही गेट अभी खुला है. निकलने के लिए और अंदर जाने के लिए भी एक ही गेट है.
पटना में 3500 से अधिक यात्री बसें चलती हैं. 1500 के लगभग में सामान ढोने वाली बड़ी-छोटी गाड़ियां भी चलती हैं. सरकार बताए कि कैसे वहां बसें लगेंगी. वहां काफी छोटी जगह है. अभी यात्रियों के लिए पेयजल तक की व्यवस्था नहीं है.
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