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ED ने बिल्डर अनिल सिंह और इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद को 5 दिनों की रिमांड पर लिया - Provision of Money Laundering Act

ईडी ने पटना के मशहूर बिल्डर अनिल कुमार सिंह और रेलवे के सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने दोनों को 5 दिनों की रिमांड पर ईडी को सौंप दिया.

प्रवर्तन निदेशालय
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Published : Sep 15, 2021, 8:25 AM IST

पटना: प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए कोर्ट (PMLA Court) के आदेश पर दो आरोपियों को 5 दिन की रिमांड पर लिया है. जिसमें पटना के जाने-माने बिल्डर अनिल कुमार सिंह (Anil Kumar Singh) और रेलवे के सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव (Chandeshwar Prasad Yadav) शामिल हैं. दरअसल जमालपुर रेलवे वर्कशॉप में तैनाती के दौरान सेक्शन इंजीनियर पर रेलवे का स्क्रैप बेचने के मामले में कार्रवाई की गई थी. उन्हें गिरफ्तार किया गया था. वहींबिल्डर अनिल कुमार सिंह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिग का मामला दर्ज है.

ये भी पढ़ें- चारा घोटालाः डोरंडा कोषागार मामले में CBI की विशेष अदालत में सुनवाई, आपूर्तिकर्ता की ओर से बहस पूरी

बता दें कि पाटलिपुत्र बिल्डर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार सिंह 6 दिन पहले ही गिरफ्तार हुए हैं. ईडी ने उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए कोर्ट से आग्रह किया था. प्रवर्तन निदेशालय की मांग पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 5 दिनों की रिमांड मंजूर की है. 5 दिनों तक प्रवर्तन निदेशालय अधिकारी इनसे पूछताछ करेंगे.

ये भी पढ़ें- पटना का बिल्डर अनिल कुमार सिंह गिरफ्तार, 30 करोड़ की अवैध संपत्ति का ED को पता चला

पाटलिपुत्र ग्रुप ऑफ कंपनी के मालिक और बिल्डर अनिल कुमार सिंह के खिलाफ राजधानी पटना के गांधी मैदान कोतवाली समेत कई थानों में मामले दर्ज हैं. हालांकि ईडी के द्वारा गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में प्रस्तुत किए गए डाक्यूमेंट्स में पता चला था कि अनिल सिंह के द्वारा ब्लैक मनी बनायी गयी थी. उनके पास 30 करोड़ की अवैध संपत्ति का पता चला था.

ये भी पढ़ें- तेज प्रताप के साथ धोखा, LR कंपनी से रुपये लेकर फरार हुआ कर्मचारी

दरअसल अनिल कुमार सिंह के खिलाफ 2014 में पीएमएलए यानी कि प्रोविजन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था. जिसकी जांच चल रही थी, जांच मे दोषी पाए जाने के बाद ईडी ने उसे पटना के कामेश्वर कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उसे पीएमएलए के विशेष कोर्ट में पेश किया गया.

पटना: प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए कोर्ट (PMLA Court) के आदेश पर दो आरोपियों को 5 दिन की रिमांड पर लिया है. जिसमें पटना के जाने-माने बिल्डर अनिल कुमार सिंह (Anil Kumar Singh) और रेलवे के सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव (Chandeshwar Prasad Yadav) शामिल हैं. दरअसल जमालपुर रेलवे वर्कशॉप में तैनाती के दौरान सेक्शन इंजीनियर पर रेलवे का स्क्रैप बेचने के मामले में कार्रवाई की गई थी. उन्हें गिरफ्तार किया गया था. वहींबिल्डर अनिल कुमार सिंह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिग का मामला दर्ज है.

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बता दें कि पाटलिपुत्र बिल्डर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार सिंह 6 दिन पहले ही गिरफ्तार हुए हैं. ईडी ने उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए कोर्ट से आग्रह किया था. प्रवर्तन निदेशालय की मांग पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 5 दिनों की रिमांड मंजूर की है. 5 दिनों तक प्रवर्तन निदेशालय अधिकारी इनसे पूछताछ करेंगे.

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पाटलिपुत्र ग्रुप ऑफ कंपनी के मालिक और बिल्डर अनिल कुमार सिंह के खिलाफ राजधानी पटना के गांधी मैदान कोतवाली समेत कई थानों में मामले दर्ज हैं. हालांकि ईडी के द्वारा गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में प्रस्तुत किए गए डाक्यूमेंट्स में पता चला था कि अनिल सिंह के द्वारा ब्लैक मनी बनायी गयी थी. उनके पास 30 करोड़ की अवैध संपत्ति का पता चला था.

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दरअसल अनिल कुमार सिंह के खिलाफ 2014 में पीएमएलए यानी कि प्रोविजन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था. जिसकी जांच चल रही थी, जांच मे दोषी पाए जाने के बाद ईडी ने उसे पटना के कामेश्वर कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उसे पीएमएलए के विशेष कोर्ट में पेश किया गया.

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