पटना: जेडीयू की ओर से मुख्यमंत्री पद के भावी उम्मीदवार को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. जेडीयू ने इसके लिए अब नया नारा गढ़ा है- 'क्यों करें विचार, ठीके तो हैं नीतीश कुमार'. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता जेडीयू के नारे को पचा नहीं पा रहे हैं. सोशल मीडिया पर दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने हैं.
जेडीयू कार्यालय के बाहर कई पोस्टर लगे हैं जिसमें बिना किसी अन्य का विचार किए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे सटीक बताया गया है. वहीं लोकसभा चुनाव में देशभर में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलने और 18 करोड़ सदस्य होने के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह सातवें आसमान पर है. कार्यकर्ता बिहार में भी पूर्ण रूप से बीजेपी की सत्ता चाह रहे हैं.
बीजेपी कार्यकर्ता ने नीतीश को बताया ठग
इसका उदाहरण पेश करता एक बीजेपी कार्यकर्ता का पोस्ट चर्चा में आ गया है. बीजेपी युवा मोर्चा के सक्रिय कार्यकर्ता सुमित श्रीवास्तव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर नीतीश कुमार को बिना विकल्प तलाशे फिर से मुख्यमंत्री बनाने वाले नारे का जवाब दिया है. उन्होंने लिखा है कि 'क्यों न करें विचार, ठगते हैं नीतीश कुमार, हमसब की यही पुकार, 2020 में भाजपा सरकार'.
BJP-JDU में आंशिक मतभेद के आसार
इसे देखकर राजनीति गलियारों में बीजेपी और जेडीयू के बीच भविष्य के आंशिक मतभेद को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोर पकड़ने लगी है. चुनाव में अभी एक साल से अधिक वक्त बाकी है, लेकिन दबाव की राजनीति अभी से शुरू होती नजर आ रही है.
BJP ने दी सफाई
वहीं बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने इसपर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक कार्यकर्ता की पार्टी को लेकर मनोभावना है. हर कार्यकर्ता अपनी पार्टी से प्रेम करता है और उसकी सफलता चाहता है. इसमें कोई बुराई नहीं है. आगे उन्होंने कहा वहीं जहां तक बात सरकार चलाने की है तो उसमें सहयोग और नेतृत्व की जरूरत होती है. अजीत चौधरी ने कहा हम कार्यकर्ताओं के मनोभाव का सम्मान करते हैं, लेकिन सरकार बनाना और चलाना सिर्फ नेतृत्व का काम है और वही इस पर फैसला लेते हैं.