पटना: गांव की सरकार 16 दिनों के लिए हड़ताल पर चली गयी है. 19 सूत्री मांगों को लेकर बिहार के मुखिया संघ सरकार का विरोध कर रही है. पंचायत के कार्यों का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया जा रहा है. बिहार में मुखिया संघ की हड़ताल का गुरुवार को दूसरा दिन है.
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मुखिया संघ की हड़ताल को बीजेपी का समर्थन: बिहार प्रदेश मुखिया संघ के नेतृत्व में हड़ताल जारी है तो वहीं मुखिया संघ के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय ने हड़ताल के पहले दिन बिहार के एमएलए और एमएलसी को पत्र लिखकर समर्थन मांगा था. संघ के हड़ताल पर चले जाने से पंचायत के सभी कामकाज ठप हो गए हैं. मुखिया संघ की हड़ताल पर चले जाने के बाद बीजेपी के पूर्व मंत्री नीरज कुमार बबलू ने समर्थन देते हुए कहा कि बिहार सरकार जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा नहीं कर सकती तो जनमानस की सुरक्षा कैसे करेगी?
"बिहार में जंगलराज हावी हो गया है. जनप्रतिनिधियों की हत्या हो रही है. ऐसे में मुखिया की जो मांग है वह जायज है. जनप्रतिनिधियों की हत्या हो रही है, सरकार नकारा हो गई है. मेरा यह मानना है कि कोई भी जनप्रतिनिधि जनता से चुनकर आते हैं. 5 साल के कार्यकाल के दौरान अगर मुखिया की हत्या होती है तो उनके परिजन पांच साल के कार्यकाल को पूरा करेंगे, जिससे हत्याएं बंद हो जाएगी. सरकार आर्म्स लाइसेंस नहीं दे सकती तो बॉडीगार्ड मुहैया कराएं या बिहार की कानून व्यवस्था ठीक करें."- नीरज कुमार बबलू, पूर्व मंत्री, बिहार सरकार
संघ के अध्यक्ष ने किया बीजेपी का स्वागत: वहीं बिहार प्रदेश मुखिया संघ के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय ने बीजेपी के समर्थन में दिए गए बयान को लेकर कहा कि मैं उनका स्वागत करता हूं. बीजेपी के नेताओं से मिथिलेश कुमार राय ने कहा कि भारत सरकार से भी हमारे समर्थन में पत्र लिखकर मांग करें. आवास योजना मनरेगा का जो मामला है वह केंद्र सरकार का है. वहीं उन्होंने कहा की मुखिया और वार्ड सदस्य नहीं बल्कि ग्रामसभा के तमाम लोग समर्थन को सही बता रहे हैं.उन लोगों को पता है कि मुखिया जनता के सेवक होते हैं. जनता के लिए काम करते हैं और जनता के लिए लड़ाई लड़ रहे है.
"हड़ताल का आज दूसरा दिन है. हड़ताल सफल है. गांव की सरकार की लड़ाई में अब जनता भी समर्थन दे रही है जिसका परिणाम है कि बिहार के तमाम पंचायतों में मुखिया की हड़ताल सफल दिख रही है. हम लोगों की मांग सिर्फ सुरक्षा नहीं है बल्कि 19 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन चल रहा है. गांव की समस्याओं को लेकर यह आंदोलन छेड़ा गया है और यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा. बिहार सरकार और केंद्र सरकार को हम लोगों के मांगों पर अमल करना पड़ेगा."- मिथिलेश कुमार राय, बिहार प्रदेश अध्यक्ष, मुखिया संघ
विधायक और एमएलसी के जवाब का इंतजार: बिहार प्रदेश मुखिया संघ अध्यक्ष ने विधायक और एमएलसी को पत्र लिखकर समर्थन मांगा है, जिसका जवाब अभी तक नहीं मिला है. उसको लेकर के उन्होंने कहा कि हम विधायक एमएलसी को चुनते हैं, वह अपनी सुरक्षा के लिए बॉडीगार्ड लेकर घूमते हैं. हम भी जनता के सेवक हैं, जनप्रतिनिधि हैं. हमारी सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.