पटना: सम्राट चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आज बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की पहली बैठक आयोजित की गई. कार्यसमिति की बैठक में 700 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. बिहार भर से तमाम कार्यसमिति के सदस्यों को आमंत्रित किया गया है. अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के 9 साल का कार्यकाल बेमिसाल रहा है और इस उपलब्धियों को हम महा अभियान के जरिए जन-जन तक ले जाने का काम करेंगे. कार्यकर्ताओं के कंधों पर यह बड़ी जिम्मेदारी है.
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बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक: प्रदेश कार्यसमिति की ये बैठक सुबह 10:50 बजे पटना के रूपसपुर स्थित किसान पैलेस में होगी. एक दिवसीय बैठक का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी करेंगे. प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष अपनी कमेटी को अंतिम रूप देंगे. बिहार प्रदेश कमेटी का स्वरूप क्या होगा, कौन-कौन लोग शामिल होंगे, इस पर भी आने वाले दो-चार दिनों में मुहर लग जाएगी.
आखिरी वक्त में ऑडिटोरियम की बुकिंग रद्द: आपको बताएं कि पहले ये बैठक ऊर्जा विभाग के ऑडिटोरियम में होनी थी लेकिन आखिरी वक्त में बुकिंग रद्द कर दी गई. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि 20 मई को ऊर्जा ऑडिटोरियम में बीजेपी कार्यसमिति की बैठक होनी थी. जिसके लिए बीजेपी के द्वारा बुकिंग राशि देकर ऑडिटोरियम को बुक किया गया था लेकिन विभाग के द्वारा बुकिंग रद्द कर दी गई और वहां पर कार्यक्रम करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि जेडीयू इतनी डरी हुई है कि अब वह बीजेपी की बैठक को भी स्थगित करने की कोशिश कर रही है.
"जब हमने पैसे देकर ऊर्जा ऑडिटोरियम को बुक करवाया था, अगर किसी भी तरह की समस्या थी तो उसी दिन मना कर देते. हम दूसरे विकल्प पर जाते लेकिन ठीक कार्यक्रम के 24 घंटे पहले ऑडिटोरियम की बुकिंग रद्द कर दी जाती है, इसे क्या समझा जाए. हमें कोई भी कारण नहीं बताया गया है कि आखिर क्यों ऊर्जा ऑडिटोरियम की बुकिंग रद्द की गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू हमलोगों से डर गए हैं"- सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
लव कुश वोट बैंक पर बीजेपी की नजर: आपको बता दें कि लव-कुश वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी ने एक्शन प्लान तैयार किया है. एक ओर जहां कुशवाहा जाति से आने वाले नेता सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार के करीबी रह चुके आरसीपी सिंह की भूमिका पार्टी बढ़ाने की तैयारी कर रही है. आरसीपी सिंह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. उनके जरिए भी बीजेपी नीतीश कुमार को घेरने की कोशिश करेगी.