पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सवर्ण कार्ड खेला है. ललन सिंह (Lalan Singh) को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही ललन सिंह अपने तेवर में आ गए हैं. भाजपा (BJP) को लेकर ललन सिंह ने तेवर दिखलाए हैं. ललन सिंह भाजपा से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार भी हैं. इस पर भाजपा ने भी अपनी राय दे दी है.
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जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का राजधानी पटना में भव्य स्वागत हुआ. नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर ललन सिंह पुराने कार्यकर्ताओं को वापस लाने को लेकर हरी झंडी दे चुके हैं. लोक जनशक्ति पार्टी के कारण जदयू की हार हुई थी. उन्हीं उम्मीदवारों को अब पार्टी में वापस लाया जा रहा है. भगवान सिंह कुशवाहा उसकी एक मिसाल हैं.
ललन सिंह जदयू को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना चाहते हैं. इसके लिए तमाम पुराने साथियों को वापस दल में लाया जा रहा है. उन्हें पद से भी नवाजा जा रहा है. जदयू को वैसे नेताओं से भी परहेज नहीं है, जिन्होंने जदयू छोड़ लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की हिम्मत दिखायी.
'किसी भी सूरत में नीतीश कुमार के सपने को सच करना चाहता हूं. नीतीश कुमार जदयू को राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाना चाहते हैं. बिहार के अलावा अरुणाचल प्रदेश में हमारी पार्टी को मान्यता मिल चुकी है. हमें दो और राज्यों में मान्यता हासिल करनी है. उत्तर प्रदेश में हम भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन भाजपा ने अगर पहल नहीं किया तो हम अकेले दम पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं.' -ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू
'हर पार्टी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है. जदयू के साथ हमारा गठबंधन सिर्फ बिहार में है. जहां तक सवाल उत्तर प्रदेश का है, तो वहां की जनता भारी मतों से भाजपा को विजयी बनाने जा रही है. प्रदेश की जनता किसी के बहकावे में आने वाली नहीं है.' -प्रेम रंजन पटेल, प्रवक्ता, भाजपा
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