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पंचायत चुनाव: PM मोदी की उपलब्धियों को निचले स्तर तक ले जाएगी BJP

पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) को लेकर राजनीतिक दलों में होड़ मची है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी चुनाव के एलान के साथ ही अपनी रणनीतियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है. पार्टी चाहती है कि अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ता स्थानीय निकाय में चुनाव जीत हासिल करें.

पंचायत चुनाव
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Published : Aug 23, 2021, 10:04 PM IST

पटना: 'सशक्त पंचायत आत्मनिर्भर बिहार' के नारों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) में अपनी दस्तक दे दी है. बीजेपी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार द्वारा पंचायतों के लिए किए गए कामों को निचले स्तर तक ले जाने का काम करेंगे. इसको लेकर एक बुकलेट भी जारी किया गया है.

ये भी पढ़ें: दलगत आधार पर नहीं होंगे पंचायत चुनाव, फिर भी अपनी 'जमीन' मजबूत करने में जुटी पार्टियां

पटना में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) और पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने पंचायत चुनाव को लेकर बुकलेट जारी किया है. पार्टी ने कार्यकर्ताओं को स्थानीय निकाय चुनाव में भाग्य आजमाने को कहा है. दरअसल चाहती है कि पंचायत सशक्त होगी, तभी नरेंद्र मोदी के सपनों का भारत का निर्माण हो सकेगा.

देखें रिपोर्ट

इस मौके पर बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी कर ली गई है. 3300 से ज्यादा पंचायत सरकार भवन तैयार हैं और बचे हुए पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: बिहार पंचायत चुनाव: भाजपा ने अपनी रणनीति में किए बदलाव, नहीं होगी सक्रिय भूमिका

सम्राट चौधरी ने कहा कि साथ ही हर एक पंचायत सरकार भवन में मौसम विज्ञान सूचना केंद्र भी खोला जाएगा. इसके अलावा हर पंचायत को वेपर लाइट दिया जाएगा. लाख से ज्यादा लाइट पूरे बिहार में वितरित किए जाएंगे.

वहीं, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायतों को सशक्त किया है. इन पंचायतों को इतने फंड दिए जाते हैं, जितने विधायक को फंड मिलते हैं. 7 पंचायतों को इतने फंड दिए जाते हैं जितने कि एक सांसद को फंड मिलते हैं.

ये भी पढ़ें: पंचायत चुनाव: मसौढ़ी के ग्रामीणों का फैसला, विकास के नाम पर ठगने वालों को नहीं देंगे वोट

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अधिक से अधिक संख्या में चुनाव लड़ें. उन्होंने आम लोगों से भी अनुरोध किया कि अच्छे उम्मीदवारों का चयन करें ताकि 'सशक्त पंचायत आत्मनिर्भर बिहार' का सपना पूरा हो सके.

आपको बताएं कि बिहार में पंचायत चुनाव दलगत आधार पर नहीं हो रहे हैं. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी पहले ही कह चुके हैं कि राज्य निर्वाचन आयोग ने तय किया है कि कोई झंडा नहीं लगा सकता, कोई बैनर नहीं लगता और न ही हम पार्टी की तरफ से किसी को अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर सकते हैं. इसलिए ये बड़ा स्पष्ट है. वैसे चुनाव लड़ने के लिए सभी स्वतंत्र है. पार्टी के वर्कर अगर चुनाव लड़ना चाहते हैं तो लड़ें.

पटना: 'सशक्त पंचायत आत्मनिर्भर बिहार' के नारों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) में अपनी दस्तक दे दी है. बीजेपी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार द्वारा पंचायतों के लिए किए गए कामों को निचले स्तर तक ले जाने का काम करेंगे. इसको लेकर एक बुकलेट भी जारी किया गया है.

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पटना में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) और पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने पंचायत चुनाव को लेकर बुकलेट जारी किया है. पार्टी ने कार्यकर्ताओं को स्थानीय निकाय चुनाव में भाग्य आजमाने को कहा है. दरअसल चाहती है कि पंचायत सशक्त होगी, तभी नरेंद्र मोदी के सपनों का भारत का निर्माण हो सकेगा.

देखें रिपोर्ट

इस मौके पर बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी कर ली गई है. 3300 से ज्यादा पंचायत सरकार भवन तैयार हैं और बचे हुए पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा.

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सम्राट चौधरी ने कहा कि साथ ही हर एक पंचायत सरकार भवन में मौसम विज्ञान सूचना केंद्र भी खोला जाएगा. इसके अलावा हर पंचायत को वेपर लाइट दिया जाएगा. लाख से ज्यादा लाइट पूरे बिहार में वितरित किए जाएंगे.

वहीं, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायतों को सशक्त किया है. इन पंचायतों को इतने फंड दिए जाते हैं, जितने विधायक को फंड मिलते हैं. 7 पंचायतों को इतने फंड दिए जाते हैं जितने कि एक सांसद को फंड मिलते हैं.

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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अधिक से अधिक संख्या में चुनाव लड़ें. उन्होंने आम लोगों से भी अनुरोध किया कि अच्छे उम्मीदवारों का चयन करें ताकि 'सशक्त पंचायत आत्मनिर्भर बिहार' का सपना पूरा हो सके.

आपको बताएं कि बिहार में पंचायत चुनाव दलगत आधार पर नहीं हो रहे हैं. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी पहले ही कह चुके हैं कि राज्य निर्वाचन आयोग ने तय किया है कि कोई झंडा नहीं लगा सकता, कोई बैनर नहीं लगता और न ही हम पार्टी की तरफ से किसी को अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर सकते हैं. इसलिए ये बड़ा स्पष्ट है. वैसे चुनाव लड़ने के लिए सभी स्वतंत्र है. पार्टी के वर्कर अगर चुनाव लड़ना चाहते हैं तो लड़ें.

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