नई दिल्ली/पटना: साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. बीजेपी की प्रस्तावित डिजिटल रैली के बाद से बिहार में लगभग सभी सियासी दल चुनावी तैयारी में जुट गई है. बीजेपी की इस रैली के विरोध में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 'गरीब अधिकार दिवस' मनाने की घोषणा की है. इसको लेकर भाजपा के वरीय नेता आरके सिन्हा ने राजद पर निशाना साधा है.
'नकारात्मक बातें सोचती है राजद'
भाजपा के वरीय नेता आरके सिन्हा ने तेजस्वी समेत पूरे राजद पर तंज कसते हुए कहा कि जिस व्यक्ति या विचारधारा की नींव ही नकारात्मकता पर होती है. वह सिर्फ नकारात्मक बातें ही सोचेगा. लेकिन बिहार की जनता समझदार है. जनता अब राजद के झांसे में आने वाली नहीं है. बिहार की जनता देश के साथ दौड़ लगाना चाहती है. नाकारात्मकता करने वाले के साथ पीछे जाने का मूड में नहीं है.
'शारीरिक दूरी के साथ जनसंवाद'
भाजपा नेता आरके सिन्हा ने कहा कि बीजेपी कोरोना संकट में शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए जनसंवाद कर रही है. बिहार में अमित शाह की वर्चुअल रैली की तैयारी जोर-शोर से तैयारी चल रही है. उसी दिन तेजस्वी यादव विरोध में थाली पीटने का कार्यक्रम रख रहे हैं. यह राजद की नाकारत्मकता को दर्शाती है.
7 जून को अमित शाह की डिजिटल रैली
गौरतलब है कि साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 7 जून को बिहार में डिजिटल माध्यम से जनसंवाद करेंगे. अमित शाह सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. भाजपा के इस डिजिटल रैली के विरोध में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 7 जून को ही गरीब अधिकार दिवस कार्यक्रम मनाने की घोषणा की है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि कोरोना संकट में सरकार ने किसान, मजदूर और भूखे की थाली खाली रखी है. इसलिए इनकी असंवेदनहीनता के प्रतिकार में 7 जून को राजद थाली-कटोरा बजा के सरकार को जगाने का काम करेगी.