पटना: कांग्रेस ने कहा कि उसे आभास है कि बीजेपी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'कुछ कमजोरियों' को जानती है और इसी का लाभ उठाकर सीएए और आरक्षण 'मूल अधिकार' विषय को लेकर बहस पर जेडीयू प्रमुख को अपनी धुन पर नचा रही है.
हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी यह टिप्पणी केन्द्र के दो शीर्ष नेताओं के काम करने के तरीके के बारे में उनकी जानकारी पर आधारित है. गोहिल ने कहा कि 'अगर मुझे उस कमजोरी की सटीक जानकारी होती तो मैं उसकी घोषणा नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में ही कर देता लेकिन मैं गुजरात निवासी हूं और दोनों सज्जन कैसे काम करते हैं यह मैं जानता हूं.' उन्होंने कहा, 'वे अपने हितों के खिलाफ कार्य करने वाले या बोलने वालों पर टूट पड़ते हैं. यह कानून प्रवर्तन एजेंसियों रे मुकदमों, परिवार से जुड़े कुछ मिथ्या लांछन या किसी विवादित सीडी के रूप में हो सकता है.'
क्या pk बिहार में कांग्रेस के साथ काम करेंगे?
जब गोहिल से सवाल किया गया कि बिहार में कांग्रेस को रिवाइव करने के लिए आप लोग प्रशांत किशोर को अप्रोच कर रहे है? तो शक्ति सिंह गोहिल ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. इस पर शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि प्रशांत किशोर से इस मामले में कोई बात नहीं है और अभी तक ना कोई प्लानिंग है.
'बिहार में महागठबंधन के CM का चेहरा अभी तय नहीं'
जब उनसे ये सवाल पूछा गया कि आरजेडी ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया हुआ है तो क्या महागठबंधन का भी चेहरा वहीं होंगे, इसपर शक्ति सिंह गोहिल ने गोलमोल जवाब दिया. उन्होंने कई नेताओं का नाम लिया और कहा कि सभी स्वीकर हैं. गोहिल ने कहा कि अगर तेजस्वी हमें एक्सेप्टेबल नहीं होते तो हमारे महागठबंधन में कैसे होते. मांझी जी एक्सेप्टेबल हैं, कुशवाहा एक्सेप्टेबल हैं, मुकेश सहनी एक्सेप्टेबल हैं.
ये भी पढ़ें: JDU में शामिल हो सकते हैं चंद्रिका राय, CM नीतीश से हैं प्रभावित
'नीतीश ने अपने पैर पर मारी कुल्हाड़ी'
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि मुख्यमंत्री महागठबंधन से अलग होकर अपने पैर में कुल्हाड़ी मारी हैं. जब तक हमारे साथ थे, सुशासन बाबू माने जाते थे. लेकिन आज बिहार की जनता सब देख रही है.
'बिहार में महागठबंधन की होगी जीत'
शक्ति सिंह गोहिल ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी इस बार जनता बीजेपी और सरकार की नीति से परेशान है. कहीं ना कहीं बिहार की जनता सत्ता परिवर्तन चाहती है. इस बार दिल्ली की तरह बिहार में जनता बीजेपी और नीतीश कुमार को नकारेगी और महागठबंधन के उम्मीदवार को जिताने का काम करेगी. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन एकजुटता के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगा और वर्तमान सरकार को बाहर का रास्ता दिखाएगा.
ये भी पढ़ें: 'प्रशांत किशोर हो या कोई और किसी से गुरेज नहीं'
'जेडीयू-बीजेपी आरक्षण पर अपना पक्ष साफ करें'
बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने जेडीयू-बीजेपी से सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरक्षण को लेकर दिए गए न्याय-निर्णय पर अपना पक्ष स्पष्ट करने की मांग की. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तराखंड से जुड़े एक मामले में आरक्षण को मौलिक अधिकार नहीं बताया है, जबकि आरक्षण मौलिक अधिकार है. बिहार में जेडीयू एससी-एसटी और ओबीसी के वोट से ही सत्ता में आयी थी.